भारत में मुस्लिम विरोधी अपराधों पर टीवी चैनलों की चुप्पी: Silence of TV Channels on Anti-Muslim Crimes in India

 भारत में मुस्लिम विरोधी अपराधों पर टीवी चैनलों की चुप्पी: Silence of TV Channels on Anti-Muslim Crimes in India

Indian media and hate propaganda


अगस्त के अंतिम सप्ताह में भारत में दो भयावह घृणा अपराध हुए, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया। 25 वर्षीय साबिर मलिक की हरियाणा में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, जबकि 72 वर्षीय हाजी अशरफ पर महाराष्ट्र की एक ट्रेन में बर्बर हमला किया गया। इन घटनाओं के बावजूद, मुख्यधारा के कई टीवी चैनलों ने इन अपराधों को या तो पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया या फिर केवल हल्का-फुल्का ज़िक्र किया, वह भी बिना किसी प्रमुख चर्चा के।

जहां रिपब्लिक टीवी ने इन घृणा अपराधों पर रिपोर्टिंग तक नहीं की, वहीं NDTV, आजतक और टाइम्स नाउ जैसे चैनलों ने इन घटनाओं का सतही उल्लेख किया लेकिन उन्हें प्राइम-टाइम बहस का हिस्सा नहीं बनाया। दूसरी ओर, इंडिया टुडे और ज़ी न्यूज़ ने इन घटनाओं पर गहराई से रिपोर्टिंग की और प्राइम-टाइम बहस आयोजित की।

साबिर मलिक की हत्या का मामला (27 अगस्त, 2024):

हरियाणा के चरखी दादरी जिले में 25 वर्षीय साबिर मलिक, जो पश्चिम बंगाल से आए एक मुस्लिम प्रवासी मज़दूर थे, पर एक 'गौ-रक्षक' समूह द्वारा बीफ पकाने और खाने के संदेह में हमला किया गया। हमले के आरोप में आठ लोगों, जिनमें दो नाबालिग शामिल थे, को गिरफ्तार किया गया। यह घटना तब चर्चा में आई जब इस बर्बर हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

हाजी अशरफ पर हमला (28 अगस्त, 2024):

72 वर्षीय हाजी अशरफ, जो महाराष्ट्र के कल्याण में अपनी बेटी से मिलने जा रहे थे, पर धुले-सीएसएमटी एक्सप्रेस में कुछ लोगों ने बीफ ले जाने के शक में हमला किया। यह हमलावर पुलिस भर्ती परीक्षा देने जा रहे थे।

हमने रिपब्लिक वर्ल्ड (अंग्रेजी) और रिपब्लिक भारत (हिंदी) चैनलों की समीक्षा की, लेकिन इन चैनलों पर इन दोनों घटनाओं की कोई कवरेज नहीं मिली। इस दौरान अर्णब गोस्वामी 'सेक्युलर पाखंडियों' पर प्रहार करने में व्यस्त थे।

इन घृणा अपराधों को नज़रअंदाज़ करने वाले टीवी चैनलों और उनके 'स्टार एंकर' सवालों के घेरे में हैं। पढ़ें ओइशानी भट्टाचार्य की पूरी रिपोर्ट altnews.in पर।

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