हिजबुल्लाह ने किया नई जंग का ऐलान, 'हिसाब-किताब' नाम दिया; कहा- हम तय करेंगे जवाब कैसे देना है
मध्य पूर्व में तनाव की स्थिति और गंभीर हो गई है, जब हिजबुल्लाह ने एक नई जंग का ऐलान किया है, जिसका नाम 'हिसाब-किताब' रखा गया है। यह संगठन, जो लंबे समय से लेबनान में सक्रिय है और ईरान समर्थित है, ने यह घोषणा करते हुए कहा है कि उनके खिलाफ किए गए सभी हमलों का हिसाब वे खुद तय करेंगे और जवाब कैसे देना है, यह भी उन्हीं का अधिकार होगा। इस नई घोषणा ने क्षेत्रीय सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हिजबुल्लाह का बयान
हिजबुल्लाह ने अपने हालिया बयान में साफ कहा कि 'हिसाब-किताब' उनके खिलाफ किए गए हमलों और अन्याय का जवाब है। संगठन के प्रवक्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम अपने दुश्मनों को यह बता देना चाहते हैं कि हिसाब-किताब का समय आ गया है। हम तय करेंगे कि किस तरह से, कब, और कहां जवाब देना है।” हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह किस तरह के हमलों की बात कर रहे हैं, लेकिन इशारा स्पष्ट रूप से इज़राइल की ओर था, जो लंबे समय से हिजबुल्लाह के साथ संघर्षरत है।
इज़राइल का पक्ष
इज़राइल, जो लंबे समय से हिजबुल्लाह को अपने सबसे बड़े खतरे के रूप में देखता है, ने इस बयान का त्वरित जवाब दिया है। इज़राइली रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वे किसी भी प्रकार की हिंसा या आक्रमण का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इज़राइल के प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा, “हमारी सेना और सुरक्षा बल किसी भी संभावित हमले का सामना करने और इसे नष्ट करने के लिए सक्षम हैं। हम अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।
क्षेत्रीय प्रभाव
इस नई जंग के ऐलान से मध्य पूर्व के बाकी देश भी चिंतित हो गए हैं। लेबनान की सरकार, जो पहले से ही आंतरिक संघर्ष और आर्थिक संकट से जूझ रही है, ने हिजबुल्लाह की इस घोषणा पर कोई सीधा प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा है।
ईरान, जो हिजबुल्लाह का मुख्य समर्थक है, इस पूरे मामले पर सतर्क दिखाई दे रहा है। ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हिजबुल्लाह के खिलाफ किसी भी हमले को ईरान अपने खिलाफ हमला मानेगा। ईरान के बयान से साफ है कि यह नया विवाद केवल लेबनान और इज़राइल तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके परिणाम व्यापक होंगे।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस नई स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ ने बयान जारी कर शांति की अपील की है। अमेरिका ने भी इस घटना पर नजर बनाए रखने की बात कही है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम किसी भी प्रकार की हिंसा या उकसावे को अस्वीकार करते हैं और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील करते हैं।”
भविष्य की संभावनाएं
हिजबुल्लाह की यह घोषणा केवल एक बयान नहीं है, बल्कि इसे एक नई रणनीतिक योजना के रूप में देखा जा रहा है। इस नई जंग के ऐलान से यह साफ है कि आने वाले दिनों में लेबनान और इज़राइल के बीच तनाव और बढ़ सकता है, जिससे पूरे मध्य पूर्व में अस्थिरता की संभावना बढ़ गई है।
निष्कर्ष
हिजबुल्लाह के 'हिसाब-किताब' नामक नई जंग के ऐलान ने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। इज़राइल की कड़ी प्रतिक्रिया और हिजबुल्लाह के दृढ़ रुख ने यह संकेत दिया है कि आने वाले समय में इस विवाद में और वृद्धि हो सकती है। इस मुद्दे पर सभी पक्षों की प्रतिक्रियाएं यह दिखाती हैं कि यह केवल लेबनान और इज़राइल के बीच का मामला नहीं रहेगा, बल्कि इसका असर पूरे मध्य पूर्व और वैश्विक राजनीति पर पड़ेगा।
सभी पार्टियों की राय:
हिजबुल्लाह: "हिसाब-किताब का वक्त आ गया है। हम तय करेंगे कि जवाब कैसे और कब देना है।"
इज़राइल: "हम किसी भी संभावित हमले का सामना करने के लिए तैयार हैं।"
लेबनान: सरकार का सीधा बयान नहीं, लेकिन चिंताएं हैं।
ईरान: "हिजबुल्लाह पर हमला, ईरान पर हमला माना जाएगा।"
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय: शांति की अपील, तनाव बढ़ने पर चिंता।
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