लेबनान पेजर हमला: हिज़्बुल्लाह पर संचार प्रणाली के जरिए हमला, कई मौतें और हजारों घायल

 लेबनान पेजर हमला: हिज़्बुल्लाह पर संचार प्रणाली के जरिए हमला, कई मौतें और हजारों घायल | Lebanon Pager Attack: Hezbollah's Communication Network Targeted, Multiple Deaths and Thousands Injured


17 सितंबर 2024 को लेबनान में एक बड़ा और विनाशकारी हमला हुआ, जिसे "पेजर हमला" के नाम से जाना गया। इस घटना में पूरे लेबनान और सीरिया के कुछ हिस्सों में हजारों पेजर एक साथ विस्फोट कर गए। इन पेजरों का उपयोग मुख्य रूप से हिज़्बुल्लाह के सदस्यों द्वारा किया जा रहा था। इन विस्फोटों में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चे और दो स्वास्थ्यकर्मी शामिल थे। इसके अलावा, लगभग 2,800 लोग घायल हुए।
लेबनान पेजर हमले की कहानी में कई चरण और गहरे जटिल तथ्य शामिल हैं, जो इस हमले की गंभीरता को उजागर करते हैं। इस हमले का असर सिर्फ हिज़्बुल्लाह तक सीमित नहीं रहा, बल्कि आम नागरिकों और स्वास्थ्यकर्मियों पर भी भारी पड़ा। आइए इस घटना को विस्तार से समझें, जिसमें शामिल कंपनियां, शिपमेंट की प्रक्रिया, निर्माण से जुड़े तत्व, और चल रही जांच शामिल हैं।

1. घटना की शुरुआत
17 सितंबर 2024 को, लेबनान और सीरिया के कुछ हिस्सों में हजारों पेजर अचानक विस्फोट हो गए, जिससे कम से कम 12 लोग मारे गए और करीब 2,800 लोग घायल हुए​

हिज़्बुल्लाह ने शुरुआत में कहा कि इन पेजरों का उपयोग उसके सदस्यों और कुछ संस्थानों में किया जा रहा था। इस घटना के बाद, संचार और संगठन की प्रणाली बुरी तरह बाधित हो गई।

2. कंपनियों की भूमिका
इन पेजरों का निर्माण ताइवान की कंपनी Gold Apollo द्वारा किया गया था। कंपनी ने हिज़्बुल्लाह को संचार के लिए 3,000 से अधिक पेजर भेजे थे​

पेजरों में कथित तौर पर 50 ग्राम विस्फोटक सामग्री पहले से भरी हुई थी, जिसे रिमोट के ज़रिए सक्रिय किया गया। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, इन पेजरों को हिज़्बुल्लाह के सप्लाई चैनल में घुसपैठ कर के विस्फोटकों से लैस किया गया था​

3. शिपमेंट की प्रक्रिया
Gold Apollo द्वारा तैयार किए गए पेजरों की खेप सीधी तौर पर हिज़्बुल्लाह तक पहुंचाई गई। इन पेजरों को सामान्य उपकरणों के रूप में भेजा गया था, और यह हिज़्बुल्लाह के विभिन्न इकाइयों और संस्थानों में वितरित किए गए। प्रारंभिक जांच से पता चला कि पेजरों के वितरण से पहले ही इनमें विस्फोटक पदार्थ डाले गए थे, जो एक जटिल योजना का हिस्सा थे​

4. जांच और संभावित दोषी
जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि पेजरों की बैटरियों को ओवरलोड करने के लिए मालवेयर या हानिकारक सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल किया गया। इससे बैटरियां गर्म होकर विस्फोट कर गईं। एक अन्य थ्योरी यह है कि इन पेजरों को जानबूझकर विस्फोटक उपकरणों में बदला गया था और एक ही समय पर इन्हें रिमोट के जरिए सक्रिय किया गया​

इस घटना में इज़राइल की भागीदारी पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। हिज़्बुल्लाह ने सीधे तौर पर इज़राइल को दोषी ठहराया है और इसे "युद्ध की घोषणा" के रूप में देखा है

5. इज़राइल और संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया
इज़राइल ने इस घटना पर अभी तक आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और विशेषज्ञ इसे इज़राइल की रणनीतिक चाल के रूप में देख रहे हैं। इज़राइल के पास ऐसी तकनीकी क्षमताएं हैं, जिससे वह दुश्मन के संचार नेटवर्क को बिना सीधे हमले के नुकसान पहुंचा सके​

दूसरी तरफ, संयुक्त राष्ट्र ने इस हमले पर चिंता जताई है और मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

6. अक्ष धुरी की प्रतिक्रिया
हिज़्बुल्लाह, ईरान और सीरिया सहित अक्ष धुरी (Axis of Resistance) ने इस हमले को "अवैध हत्या" करार दिया। ईरान के राजदूत भी इस हमले में घायल हुए, जिसके बाद ईरान ने इज़राइल को सख्त जवाब देने का संकेत दिया है। हिज़्बुल्लाह ने अपने सदस्यों को तुरंत पेजर और अन्य संचार उपकरणों को छोड़ने का आदेश दिया, ताकि और विस्फोटों से बचा जा सके​

7. चालू जांच
लेबनान की सरकार और अंतरराष्ट्रीय संस्थान इस घटना की गहन जांच कर रहे हैं। ताइवान की Gold Apollo कंपनी की भूमिका और सप्लाई चैनल की जांच की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि क्या यह एक साइबर हमला था या किसी और तरीके से पेजरों में विस्फोटक भरे गए।

लेबनान पेजर हमले में BAC कंसल्टेंट की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। इस कंपनी को हिज़्बुल्लाह द्वारा अपने तकनीकी संचार नेटवर्क को सुधारने और सुरक्षित बनाने के लिए शामिल किया गया था। BAC कंसल्टेंट ने हिज़्बुल्लाह के लिए इन पेजरों की सप्लाई और स्थापना के प्रबंधन में मदद की थी। माना जा रहा है कि BAC कंसल्टेंट का काम पेजरों की लॉजिस्टिक्स और तकनीकी सेटअप से जुड़ा था, और उन्होंने Gold Apollo से यह पेजर प्राप्त कर हिज़्बुल्लाह के भीतर वितरित किए​

हालांकि, जांच के दौरान यह सामने आया कि या तो BAC कंसल्टेंट की सप्लाई चैन में कहीं समझौता हुआ, या फिर वे अनजाने में इस जालसाजी का हिस्सा बने, जिसमें पेजरों में विस्फोटक उपकरण छिपा दिए गए थे। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, पेजरों के बैटरियों में खराबी और उनमें मौजूद मालवेयर BAC कंसल्टेंट द्वारा इस्तेमाल की गई तकनीकी सुविधाओं के जरिए सक्रिय किया गया हो सकता है​

इसके अलावा, यह भी माना जा रहा है कि BAC कंसल्टेंट को इस साइबर हमले की जानकारी नहीं थी, लेकिन वे इस सप्लाई चैन में अनजाने में शामिल रहे, जिसकी वजह से पेजरों का विस्फोट हुआ। लेबनान सरकार और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां इस कंपनी की भूमिका की जांच कर रही हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनकी भागीदारी जानबूझकर थी या वे भी इस साजिश का शिकार बने।

इस हमले के बाद, BAC कंसल्टेंट ने अपने सभी तकनीकी उपकरणों की समीक्षा शुरू कर दी है और लेबनान में अपनी गतिविधियों को अस्थायी रूप से रोक दिया है, ताकि आगे किसी भी प्रकार की तकनीकी गड़बड़ी से बचा जा सके।

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