जुमे की नमाज अदा करने के लिए गुरुग्राम के मुसलमानो को देना होगा "नमाज टैक्स" Gurugram Muslims To Pay "Namaz Tax" To Offer Friday Prayers.

जुमे की नमाज अदा करने के लिए गुरुग्राम के मुसलमानो को  देना होगा "नमाज टैक्स" Gurugram Muslims To Pay "Namaz Tax" To Offer Friday Prayers.

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भारत के धरम निरपेक्ष्य राज्य में गुरुग्राम के मुसलमानो को जुमे की नमाज़ अदा करने के लिए देना होगा नमाज़ अदायगी टैक्स फिर कर पाएंगे नमाज़ अदा ! चरमपंथी हिन्दुओं के आगे झुका पर्शाशन !

उपायुक्त को ज्ञापन में ग्रग्राम के मुसलमानों ने कहा कि वे गुरुग्राम में शांति और सद्भाव सुनिश्चित करना चाहते हैं, और इस मामले में नफरत की  राजनीति को रोकना चाहते हैं |

बता दें की जुमे के दिन की महज़ आधे घंटे की नमाज़ के लिए चूंकि कई जगहों पर मस्जिदों में जगह नहीं होती या फिर मस्जिदों के छोटे होने के कारन मज़बूरी में खुले जगहों पर नमाज़ अदा की जाती थी पर भारत का बहुसंख्यक समुदाय का कटटरपंथी हिस्सा इसको लेकर उत्पाद मचा रहा था की मुस्लमान ज़मीनो पर क़ब्ज़ा करना चाहते हैं जिसके मद्दे नज़र वह खुले जगहों पर नमाज़ अदा करते हैं !

बता दें की भारत में हिन्दुओं का एक कट्टरपंथी, नफरत फैलाने वाला और उत्पात मचाने वाला तब्क़ा कभी मस्जिदों पर हमले करता है, तोह कभी अज़ान पर रोक लगाने की साज़िश रचता है, कभी  | यह सब महज़ इसलिए क्योंकि वह मुसलमानो से और इस्लामिक रीती रिवाज से नफरत करते हैं ! 

उपायुक्त को ज्ञापन में ग्रग्राम के मुसलमानों ने कहा कि वे गुरुग्राम में शांति और सद्भाव सुनिश्चित करना चाहते हैं, और इस मामले में नफरत की  राजनीति को रोकना चाहते हैं |

उन्होंने कहा कि अगर कोई बाधा डालता है तो मुस्लिम नेशनल फोरम और इमाम संगठन उससे निपटेंगे।

नामित 12 स्थानों में जामा मस्जिद सदर बाजार, राजीव चौक, पटौदी चौक मस्जिद, सेक्टर-57 मस्जिद, ग्राम चौमा, शीतला कॉलोनी, शांति नगर, अतुल कटारिया चौक, देवीलाल कॉलोनी, सराय अलवर्दी मस्जिद, बादशाहपुर और दरबारीपुर रोड-बादशाहपुर शामिल हैं। 

इमाम संगठन ने उपायुक्त को अपने ज्ञापन में कहा कि वह गुरुग्राम में शांति और सद्भाव सुनिश्चित करना चाहता है, और मामले में राजनीति को रोकना चाहते है।

"हमने तय किया है कि 20 जगहों पर जुमे की नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। हमें प्रशासन द्वारा तय रखरखाव शुल्क का भुगतान करके कुछ दिनों के लिए जुमे की नमाज अदा करने के लिए अस्थायी आधार पर 06 स्थानों की आवश्यकता थी। संगठन इसके दस्तावेज भी जमा करेगा।" जिला प्रशासन के लिए नामित मौलवी, “इमाम संगठन ने कहा।

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