चरमपंथी हिंदुओं ने बनाया "सुल्ली ऐप": जिस पर भारतीय मुस्लिम महिलाओं को 'बेचने के लिए बोली लगाई जा रही थी" Indian Fanatic Hindus Created "Sulli App": Targeted Indian Muslim Women To 'Sale' on App.

चरमपंथी हिंदुओं ने बनाया "सुल्ली ऐप": जिस पर भारतीय मुस्लिम महिलाओं को 'बेचने के लिए बोली लगाई जा रही थी" Indian Fanatic Hindus Created "Sulli App": Targeted Indian Muslim Women To 'Sale' on App.

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भारत इस्लामॉफ़ोबिअ का सबसे बड़ा और घिनौना अड्डा बन चूका है जहाँ हिन्दू चरमपंथियों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है | यह हिन्दू चरमपंथी अपनी घिनौनी मानसिकता का प्रचार भी करते हैं, यह हिन्दू चरमपंथी अपनी हवस का ढिंढोरा पीटते तब दिखाई दिए जब इन्होने मुस्लिम महिलाओं को टारगेट करना शुरू किया | इन हिन्दू चरमपंथियों ने मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें सोशल मीडिया से डाउनलोड करके एक एप्लीकेशन बनाई जिसका नाम इसनहोने "सुल्ली एप्प" दिया | अपनी घिनौनी मासनिकता का बखान करने के लिए वह मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को इस एप्प पर डालते थे और फिर दूसरे चरमपंथी हिन्दू उन तस्वीरों के नीचे जाकर उनकी बोली लगाते थे |

यह है आजके हिन्दू समाज की सड़ी गली और घिनौनी मानसिकता जिसपर शरजील उस्मानी ने कहा था की "हिन्दू समाज पूरी तरह से सड़ चूका है" | यह है वह कल्चर जिसका बखान हिन्दू समाज करता है | 

एक कमर्शिअल पायलट हाना खान, जिनका नाम उस सूची में था, ने बीबीसी को बताया कि जब एक दोस्त ने उन्हें एक ट्वीट भेजा तो उन्हें इस बारे में पता चला।

यह ट्वीट उन्हें "सुल्ली डील्स" पर ले गया, एक ऐसा ऐप और वेबसाइट जिसपर मुस्लिम महिलाओं की सार्वजनिक रूप से उपलब्ध तस्वीरें मौजूद थीं और उन मुस्लिम महिलाओं को "डील ऑफ़ दी डे" के नाम से उनकी प्रोफाइल बना कर उनकी बोली लगाई जा रही थी।

जैसे ही वह एप्प पर गई, पहले पेज पर उन्हें एक अनजान मुस्लिम महिला की फोटो दिखी। अगले दो पन्नों पर हाना खान ने अपने दोस्तों की तस्वीरें देखीं। उसके बाद वाले पेज पर उन्होंने खुद को देखा।

उन्होंने बीबीसी को बताया, "मैंने लगभग 83 नाम गिने थे और भी हो सकते हैं।" "उन्होंने ट्विटर से मेरी तस्वीर डाउनलोड की थी और उसमें मेरा यूजर नाम था। यह ऐप 20 दिनों से चल रहा था और हमें इसके बारे में पता भी नहीं था।"

"सुल्ली" मुस्लिम महिलाओं के लिए कटटरपंथी और घिनौवने मानसिकता वाले हिंदू द्वारा ट्रोल किये जाने के मकसद से एक अपमान जनक शब्द है । किसी भी प्रकार की कोई वास्तविक नीलामी नहीं हो रही थी बल्कि इस ऐप बनाने वाले और कमेंट करने वाले का उद्देश्य केवल मुसलमानो को नीचा दिखाना, अपमानित करना और फिर उनका रिएक्शन देख कर खुश होना था।

हाना खान ने कहा कि उन्हें उनके धर्म के कारण घिनौने मानसिकता वाले हिन्दुओं द्वारा निशाना बनाया गया था। "मैं एक मुस्लिम महिला हूं जो अपने आसपास इस्लामॉफ़ोबिअ और नाइंसाफी को पनपते देखती हूँ, सुनती हूँ और उसपर आवाज़ उठाती हूँ यही कारन है की उन कटटरपंथी हिन्दुओं द्वारा मुझे निशाना बनाया गया।"

GitHub - ओपन सोर्स ऐप को होस्ट करने वाला वेब प्लेटफॉर्म है - शिकायतों मिलने के बाद इसे तुरंत बंद कर दिया गया। कंपनी ने एक बयान में कहा, "हमने ऐसी गतिविधि की रिपोर्ट की जांच के बाद उपयोगकर्ता खातों को निलंबित कर दिया है।"

जिन लोगों ने खुद को इस ऐप पर देखा, वे सभी मुखर मुस्लिम महिलाएं थीं, जिनमें पत्रकार, कार्यकर्ता, कलाकार या शोधकर्ता शामिल थे। कुछ ने तब से अपने सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट कर दिए हैं और कई अन्य लोगों ने कहा कि वे और अधिक उत्पीड़न से डरते हैं।

एक अन्य मुस्लिम महिला ने बीबीसी हिंदी सेवा को बताया, "आप कितने भी मजबूत क्यों न हों, लेकिन अगर आपकी तस्वीर और अन्य व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक की जाती है, तो यह आपको परेशान करती है और एहि इन घिनौने और कटटरपंथी हिन्दुओं के लिए अवसर प्रदान करती हैं ।"

जबसे मोदी सरकार सत्ता में आई है कई चरमपंथी हिन्दू संस्थान और कटटरपंथी विचारधारा के हिन्दुओं को इसतरह की गन्दी और गिरी हुई हरकत करने का जैसे लाइसेंस मिल चूका हो और वह मुखर होकर इस्लामॉफ़ोबिअ को पुरे विश्व में फैलाते हैं, लिंचिंग करते हैं और अपनी घिनौनी मानसिकता का खुल कर प्रचार भी करते हैं |


ऐप पर जिन मुस्लिम महिलाओं के विवरण साझा किए गए थे, उनमें से कई महिलाओं ने सोशल मीडिया पर "दोषियों" को सजा दिलाने की कसम खाई। इसके इलावा दर्जन भर महिलाओं ने लोगों से समर्थन मांगने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है और उनमें से कुछ ने, जिनमें हाना खान भी शामिल हैं, ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है। 

हाना खान ने कहा की "ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, कि मुस्लिम महिलाओं को इस तरह से घिनौने, चरमपंथी हिन्दुओं द्वारा निशाना बनाया गया है। 13 मई को, जब मुस्लमान अपनी ईद का त्योहार मना रहे थे, तब यह कटटरपंथी हिन्दू एक YouTube चैनल पर "ईद स्पेशल" चला कर - भारत और पाकिस्तान की मुस्लिम महिलाओं की लाइव "नीलामी" करवा रहा था और हज़ारों की संख्या में हिन्दू चरमपंथी उसपर लाइव कमेंट कर रहे थे।

"कटटरपंथी हिन्दुओं द्वारा पांच रुपये (67 सेंट; 48 पेंस) और 10 रुपये की बोली लगाई जा रही थी, वे महिलाओं को उनके शरीर के अंगों के आधार पर रेटिंग दे रहे थे और यौन कृत्यों और बलात्कार की धमकी का वर्णन कर रहे थे,"  हाना खान ने बीबीसी को यह बताया । यह है हिन्दू समाज की गिरी हुई और गन्दी संस्कृति का हिस्सा जिसकी वह बात करते हैं" |  

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