मुसलमानो की चूड़ियां टाइट रहे तोह हम महंगाई भी झेल लेंगे | If the bangles of Muslims are tight then we will also face inflation.

 मुसलमानो की चूड़ियां टाइट रहे तोह हम महंगाई भी झेल लेंगे | If the bangles of Muslims are tight then we will also face inflation.

 


बात कर लेते हैं सेकुलरिज्म की तोह मुझे कोई ऐसी पार्टी बताओ जो की सेकुलरिज्म और बराबरी की बात करती हो? आज के समय में गोदी मीडिया ने और भारत्या जनता पार्टी के हर कार्यकर्ता ने हिन्दुओं के दिमाग़ में इतना ज़हर भर दिया है की कोई पार्टी मुसलमानो का नाम तक अपने स्पीच में नहीं लेती बोलना भी हो तोह माइनॉरिटी बोलकर निकल लेती है; चाहे कांग्रेस के राहुल बाबा हों या आम आदमी पार्टी के अरविन्द केजरीवाल या फिर समाजवादी पार्टी के अखिलेश हों सब इसी सातगोरी में आते हैं| 

कोई खुद को जनेऊधारी हिन्दू बताता है तोह कोई राम मंदिर का शिलान्यास करने चला जाता है और अपने पप्पा का बखान करता है ! कुछ पार्टियां इनसे अलग हैं मगर तबतक जबतक की उनका भांडा नहीं फूटता तब तक ही वह सेक्युलर हैं और फूटते ही आम आदमी पार्टी के कट्टरपंथी, दंगेबाज़, आतंकी कपिल मिश्रा जैसे लोग सामने आते हैं और मुस्लिमों के खिलाफ अपनी घिनौनी और ज़हरीली मानसिकता का प्रचार करते हैं !

समाज में ख़ास कर कट्टरपंथी हिन्दुओं के बीच मुसलमानो के खिलाफ इतना ज़हर भरा हुआ है की उत्तरप्रदेश की एक महिला दुकानदार कहती हैं की भले ही कुछ बीके ना बीके, महंगाई की मार क्यों ना हो हम सपोर्ट तोह मोदी को ही करेंगे, दूसरा कहता है की महंगाई कितनी भी हो सह लेंगे बस मुसलमानो की चूड़ियां टाइट एअहनि चाहिए इसलिए हम मोदी को सपोर्ट करते हैं ! सेकुलरिज्म और भाईचारा तोह इतना है की आतंकवादी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भी यह समुदाय भारी बहुमत से सिर्फ इसलिए जितवाकर कैबिनेट भेजते हैं  क्योंकि उसका माज़ी मुस्लिम विरोधी घिनौनी मानसिकता से जुड़ा हुआ है; और आप कहते हो की देश में भाई चारा असद उद्दीन ओवैसी ख़राब कर रहे हैं !

टिप्पणियाँ