"मुस्लिम जाहिल, गंवार और बेवक़ूफ़ होते हैं"। न्यूज़ आजतक में एक हिन्दू महिला पैनेलिस्ट ने कहा। "Muslims Are Illiterate, Dumb And Fool" A Hindu Woman Panellist In Aaj Tak News Said.
"मुस्लिम जाहिल, गंवार और बेवक़ूफ़ होते हैं"। न्यूज़ आजतक में एक हिन्दू महिला पैनेलिस्ट ने कहा। "Muslims Are Illiterate, Dumb And Fool" A Hindu Woman Panellist In Aaj Tak News Said.
हालात चाहे कुछ भी हों। मुस्लमान इस देश और दुनिया में चाहे कितनी भी बेहतर भूमिका निभा ले मगर भारत में मौजूद एक विशेष समुदाय हमेशा मुसलमानो पर तंज़ कसने और उन्हें जाहिल, गंवार और बेवक़ूफ़ बताने में लगा रहता है।
लोक सभा चुनाव 2019 के गिनती के दिन आजतक न्यूज़ चैनल पर कुछ पत्रकार, एक्टिविस्ट, न्यूज़ एंकर बैठ कर चुनावी नतीजों पर चर्चा कर रहे थे। नतीजे जिस तरह से भाजपा के पक्ष में आ रहे थे बहस बाज़ियां तेज़ होती जा रही थीं । डिबेट था की आखिर भाजपा को मुस्लिम बहुल इलाक़ों से इतने वोट किसने दिए।
इसी बहस के बीच एक महिला एक्टिविस्ट ने फ़ौरन तपाक से कहा की मुस्लमान जाहिल, गंवार और बेवक़ूफ़ होते हैं और उन्हें यह तक नहीं समझ आता की उनका वोट बट रहा है जिसका सीधा फायदा भाजपा को हुआ। मुसलमनो में अक़ल की कमी के कारन आज भाजपा इतनी ज़्यादा वोटों से आगे चल रही है मगर उस महिला को अपना रिएक्शन देने से पहले थोड़ा चुनावी नतीजों का सही तरीके से जयजह लेना चाहिए था।
जहाँ तक मुस्लिम वोट बटने की है तोह वह ज़्यादा तर राजस्थान और मध्यप्रदेश में हुआ और कुछ उत्तर प्रदेश में भी हुआ इसके इलावा बाक़ी दीगर राज्यों में मुसलमानो ने बड़ी ही सोच समझ कर अपना वोट दिया और उन ही प्रतिनिधि को वोट किया जो वहां से जीत सकता था एहि वजह रही की इस बार पिछले लोक सभा चुनाव के बनिस्बत 4 नए मुस्लिम चेहरे संसद में पहुँच पाए । इतना ही नहीं यहाँ तक की अखिलेश यादव की जीत के पीछे और बंगाल में ममता बनर्जी की जो आधी सीटें बच पाईं उसका श्रेह भी मुस्लिम समुदाय को ही जाता है वर्ण जिस तरह से यादवों, दलितों और ब्राह्मणो ने अपना पूर्ण बहुमत भाजपा भाजपा को दिया जिसका खम्याज़ाह स्पा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस को उठाना पड़ा ।आपो यह भी बता दें की बंगाल में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस से इस बार 6 सांसद जीत पाए। इसके इलावा असद उद्दीन ओवैसी ने इस बार के मोदी लहार में भी चौथी बार अपनी पकड़ बनाये रखने में अहम् भूमिका निभाई और उनके पीछे भी मेजोरिटी मुस्लिम वोट का सपोर्ट था ।
लिहाज़ा मुस्लमान इस हार का बोझ खुद अपने कन्धों पर क्यों ले जबकि यादव, दलित और ब्रह्मणो ने भाजपा को भारी तादाद में वोट डाले।
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