श्रीलंका बम विस्फोट न्यूजीलैंड मस्जिद में हुए नरसंहार का प्रतिशोध। श्रीलंकाई अधिकारी का ब्यान। Sri Lanka Bomb Blast Revenge Of Massacre In New Zealand Mosque Sri Lankan official's statement.

श्रीलंका बम विस्फोट न्यूजीलैंड मस्जिद में हुए नरसंहार का प्रतिशोध। श्रीलंकाई अधिकारी का ब्यान। Sri Lanka Bomb Blast Revenge Of Massacre In New Zealand Mosque Sri Lankan official's statement.

sri-lanka-church-bomb-blast-case

श्रीलंका सरकार के एक अधिकारी द्वारा मिली रिपोर्ट के मुताबिक़ रविवार को ईसाईयों के ईस्टर तेहवार के मौके पर राष्ट्र के गिरजा घरों में और होटलों में जिस तरह के आत्मघाती बम विस्फोट हुए और जिसमें क़रीब 320 से अधिक लोगों की मौत हो गई यह पिछले महीने न्यूजीलैंड के मस्जिदों में एक ईसाई आतंकी द्वारा सामूहिक रूप से गोलीबारी का प्रतिशोध माना जा रहा है जिसमें मस्जिद में नमाज़ पढ़ रहे 49 लोगों की हत्या कर दी गई थी और जिसका लाइव वीडियो उस ईसाई आतंकी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर डाला था।

रक्षा राज्य मंत्री, रुवेन विजेवार्डीन ने कहा कि हमें शक है की यह हमले दो इस्लामिक संगठनों द्वारा अंजाम दिए गए थे जैसा कि लॉरेन फ्रायर एनपीआर की रिपोर्ट बताती है, उन्होंने आगे कहा की "हमें यह नहीं पता  कि उन्हें यह कैसे पता चला? शायद यह जानकारी संदिग्ध लोगों से पूछताछ से मिली या किसी तरह का सबूत उन आत्मघाती हमलावरों ने अपने पीछे छोड़ा था, यह अभी साफ़ नहीं है।"

संगठनों में से एक नेशनल तौफीक जमात का नाम सामने आ रहा है जो एक छोटा-सा कट्टरपंथी इस्लामी समूह है। स्वास्थ्य मंत्री रजिथा सेनारत्ने ने पुलिस अधिकारी को तलब करके पूछा कि जब उन्हें ख़ुफ़िया जानकारी हासिल थी के इस तरह का हमला होने का अंदेशा है तो उसके बावजूद वह हमलों को रोकने में विफल क्यों रहे और उन्होंने उन्हें फ़ौरन इस्तीफा देने के लिए कहा।

इन हमलों के होने से पहले श्रीलंकाई सरकार को भारत सहित दीगर अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा खुफिया रिपोर्ट मुहैय्या कराई गई थी जिससे श्रीलंका में हमले की संभावित साजिश का संकेत दिया गया था मगर श्रीलंकाई सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

दक्षिण-पूर्व एशिया के संवाददाता शशांक बंगाली ने कहा, "आरोप यह है, की सरकार के साथ साथ सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस महकमे ने ईसाई समुदाय पर होने वाले हमले को लेकर सचेत नहीं किया और ना ही आसपास के होटलों को सचेत क्या बल्कि पूरी तरह से लापरवाही बरती गई"।लॉस एंजिल्स टाइम्स ने एनपीआर के अप फर्स्ट का हवाला दिया। “यहीं से शब्दों की जंग और एक दूसरे पर उंगली उठाई जा रही है की सब कुछ जानते हुए भी कुछ किया क्यों नहीं गया"।

श्रीलंकाई पुलिस का कहना है कि रविवार को जो जानलेवा आत्मघाती हमला हुआ तोह उन्होंने हरकत में आते हुए 40 संदिग्धों को गिरफ्तार क्या है।

द एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में से एक वैन का चालक जो कथित तौर पर आत्मघाती हमलावरों के साथ एक घर का इस्तेमाल कर रहा था, जहां कुछ हमलावर इस हमले की योजना बना रहे थे। गिरफ्तार किए गए ज्यादातर लोग श्रीलंका के ही हैं, लेकिन पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस हमले में क्या कोई विदेशी भी शामिल था या नहीं।

टिप्पणियाँ