छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ कांग्रेस ने अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को नामांकित किया । Karuna Shukla Niece Of Atal Bihari Vajpayee Nominated By Congress Against Raman Singh In Chhattisgarh.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ कांग्रेस ने अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को नामांकित किया । Karuna Shukla Niece Of Atal Bihari Vajpayee Nominated By Congress Against Raman Singh In Chhattisgarh. 

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करुणा शुक्ला राज्य से जुड़े कई अहम् मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ आवाज़ उठाती रही हैं और भाजपा को 2019 में होने वाले चुनावी लाभ के लिए भारत भर में वाजपेयी की अर्थी कलश ले कर घूमने पर आड़े हाथों लिया ।

रायपुर: कांग्रेस ने राजनंदगाओं सीट से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी तथा पूर्व भाजपा सांसद करुणा शुक्ला को मैदान में उतारा है।

शुक्ला कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी सूची में नामित छह उम्मीदवारों में से एक हैं जो अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए सूचीबद्ध हैं । कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी ने मुख्यमंत्री के लिए उनके नाम को सामने रक्खा था।

कांग्रेस राज्य संचार विंग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा, "कांग्रेस में शामिल होने के बाद करुणा शुक्ला राजनंदगांव में काफी सक्रिय रही हैं । वह एक मजबूत उम्मीदवार हैं जो ना केवल रमन सिंह को कड़ी टक्कर देंगी बल्कि उन्हें पराजित भी करेंगी।"


जबकि गिरवार जंघेल खैरागढ़ सीट से चुनाव लड़ेंगे, भुनेश्वर सिंह बघेल डोंगरगढ़-एससी सीट और दालेस्वर साहू डोंगरगाव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। पार्टी ने खुजजी सीट से चन्नी साहू और मोहाला-मनपुर (एसटी) सीट से इंद्रा शाह मांडवी को भी चुना है।

कांग्रेस ने सभी 18 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं जो पहले चरण के चुनाव में लड़ेंगे । दूसरे चरण के चुनाव में आने वाली 72 सीटों के उम्मीदवारों को अभी तक घोषित नहीं किया गया है।

पूर्व प्रधान मंत्री की भतीजी रमन सिंह सरकार की आलोचना में मुखर रही हैं और उन्होंने बीजेपी पर 2019 में चुनावी लाभ के लिए भारत भर में अटल बिहारी वाजपेयी की अर्थी कलश यात्रा को लेकर तीखे तेवर दिखा चुकी हैं और भाजपा को राजनीतिक लाभ उठाने का भी आरोप लगाया था।

उन्होंने कहा था, "बीजेपी देश भर में अटल बिहारी वाजपेयी की राख ले कर घूम रही है, यह एक शो यात्रा है ताकि जनता से वोट बटोरे जा सकें  । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके मंत्रिमंडल ने उन्हें कभी इस दौरान याद नहीं किया," उन्होंने News18 को बताया । 

शुक्ला, जिन्होंने पहले पार्लियामेंट सदस्य के रूप में जनजगीर का प्रतिनिधित्व किया था और अविभाजित मध्यप्रदेश में एक विधायक बनी, ने 2013 में भाजपा पर उन्हें 'मानसिक रूप से' यातना देने का आरोप लगाया था। उन्होंने बाद में पार्टी के साथ अपने तीन दशक के सहयोग को समाप्त कर दिया।

वह बिलासपुर से 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन बिलासपुर से बीजेपी के भाजपा के लखन लाल साहू से हार गई थीं।

शुक्ला के लिए, यह उनके राजनीतिक करियर में सबसे कठिन परीक्षण होगा क्योंकि सीएम रमन सिंह 2003 में सत्ता से कांग्रेस के अजीत जोगी को हटाने के बाद लगातार चौथे कार्यकाल की मांग कर रहे हैं ।

पिछले 15 वर्षों से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता से बाहर रही है। भाजपा ने अब तक 78 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें पहले चरण में 18 चुनाव होंगे। 23 अक्टूबर पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है।

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