दिल्ली हाई सिक्योरिटी ज़ोन में उमर खालिद पर चलाई गईं दो गोलियां | JNU Student Umar Khalid Was Shot At In A High-Security Central Delhi Area; He Is Unharmed !
दिल्ली हाई सिक्योरिटी ज़ोन में उमर खालिद पर चलाई गईं दो गोलियां | JNU Student Umar Khalid Was Shot At In A High-Security Central Delhi Area; He Is Unharmed !
JNU Student Leader Umar Khalid Was Attacked In Delhi, High Security Zone.
जिस तरह से पुरे देश में आतंक का माहौल दिन बा दिन पैर पसारता जा रहा है वह किसी भयानक स्थिति से कम नहीं है | देश में चारों तरफ बलात्कार, मोब लिंचिंग, गौ आतंक जैसे घिनौने अपराध बढ़ रहे हैं वह ऐसा पहले कभी नहीं था जो स्थिति चार सालों में हमारे सामने है | युवा बेरोज़गार हैं तोह देश में रफाएल जैसे सौदों में जनता के पैसे लुटे जा रहे हैं किसान क़र्ज़ के बोझ से आत्महत्या कर रहा है और लोग खामोश तमाशा देख रहे हैं | जो कोई भी इसके खिलाफ आवाज़ उठाने की कोशिश करता है उसे या तोह मार डाला जाता है या फिर मार डालने की धमकी दी जाते है | पढ़िए आज का समाचार जो इसी सन्दर्भ में है और जो आपके होश उड़ा देगा |
नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस से ठीक दो दिन पहले, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र उमर खालिद को संसद के पास संविधान क्लब में एक अज्ञात व्यक्ति ने गोली मार दी थी जहाँ एक अच्छी खासी सिक्योरिटी होती है । लिहाज़ा इस हमले में उमर खालिद को कुछ नुक्सान नहीं पहुंचा है | पुलिस ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कहा है की इसकी जांच चल रही है।
लोकप्रिय छात्र नेता 'खौफ से आज़ादी "कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वहां आये थे, जिसे "यूनाइट अगैंस्ट हेट" नामक संगठन द्वारा रक्खा गया था।
हमले के बाद उमर खालिद से बात हुई जिसमें उन्होंने कहा, "देश में डर का माहौल अपने चरम सिमा पर है, और सरकार के खिलाफ हर बोलने वाले शख्स को धमकी दी जाती है या फिर उनपर गोलियां चलवाई जाती हैं।"
उमर खालिद के साथ एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, कम से कम तीन नामालूम व्यक्ति ने उनसे संपर्क साधा और दो बार गोलियां चलाईं । उन्होंने कहा, "हम एक चाय की दुकान में थे जब सफेद शर्ट में एक आदमी ने हम पर गोलयां चलाई। गोली चलते ही खालिद ने अपना संतुलन खो दिया और ज़मीन पर गिर गए जिस से उनकी जान बच गई । जबतक हम सम्भले वह भगवा आतंकी तब तक वहां से भाग निकला था मगर उसने हड़बड़ाहट में अपना पिस्तौल वहीँ छोड़ दिया।"
जेएनयू के बाक़ी छात्र और कार्यकर्ता शेहला रशीद ने इस मामले को चौंकाने वाला बताया है और साथ ही कहा है के यह चिंता करने का समय है के यह भगवा आतंकी किस तरह बेख़ौफ़ किसी के इशारे पर इस तरह का काम अंजाम देने में लगे हैं । उन्होंने कहा की यह मामला "चौंकाने वाला और अत्यधिक निंदा करने योग्य है । मैंने उमर से बात की। वह ठीक है, लेकिन हमें उसकी सुरक्षा के बारे में बहुत चिंतित होना चाहिए," उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा ।
डिप्टी कमिश्नर मधुर वर्मा ने कहा है की पुलिस हमलावर का पता लगाने की कोशिश कर रही है। "किसी ने उमर खालिद पर झपटा मारा और धक्का दिया, उसके बाद उसने खालिद पर गोलियां चलने की कोशिश की। लेकिन वह व्यक्ति ऐसा करने में नाकाम रहा । लोगों की भीड़ देख कर वह वहां से भगा और लोगों ने उसका पीछा करना शुरू किया मगर तबतक वह भाग चूका था।
उमर खालिद ने जून के महीने में मिले मौत की धमकी का हवाला देते हुए कहा था कि वह भगवा आतंकियों के "हिट लिस्ट" पर उस वक़्त से थे।
"भगवा आतंकी रवि पुजारी द्वारा जिग्नेश और मुझे लेकर मौत के फरमान जारी किये गए थे जो मैं ने @ दिल्ली पुलिस के साथ साझा किया था । उन्होंने कहा कि मैं उनकी हिट लिस्ट में शुरू से ही हूं ! मैंने पुलिस सुरक्षा के लिए भी कहा था, इस तथ्य के मुताबिक कि यह वही व्यक्ति है जिसने फरवरी 2016 में मुझे मारने के लिए पहले भी इसी तरह के मौत के फरमान जारी किए थे"।
2016 में खालिद के पिता सैयद कासिम इलियास रसूल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी और दावा किया था कि उनके बेटे को मारने की धमकी दी जा रही है।
टिप्पणियाँ