किया भारतीय मीडिया गौ आतंकियों को गौ रक्षक का नाम देकर अपना समर्थन देती है? | Why Gau Rakshak And Not Gau Aatanki? Is Indian Media Supporting Cow Terrorists?

किया भारतीय मीडिया गौ आतंकियों को गौ रक्षक का नाम देकर अपना समर्थन देती है? | Why Gau Rakshak And Not Gau Aatanki? Is Indian Media Supporting Cow Terrorists? 

Why BJP Government no action on gau aatanki

Why Indian Media Terming Cow Terrorists As Cow Vigilant? Are They Protecting Gau aatankis? 

भारत में मुसलमानो पर हिन्दू कट्टरपंथियों द्वारा सरकार और राज्य सरकार द्वारा सहमति से आतंकी हमले करवाए जा रहे हैं | बहुसंख्यक हिन्दू समुदाय को भर्मित करके उन्हें मुसलमानो के खिलाफ तैयार किया जा रहा है | हाल में हुई अलवर घटना जो राजस्थान में हुई इस बात का साफ़ संकेत दे रहे हैं के किस तरह राज्य सरकार के संरक्षण में गौ आतंकियों को खुली छूट दी गयी है | गौ आतंकियों का दल अकबर खान को जान से मारता है और यह काम 3 घंटे तक चलता रहता है और इसकी भनक बिलकुल भी पुलिस महकुमा को नहीं होती है और जब होती है तोह अकबर खान को अधमरा कर दिया जाता है |

उसके बाद पुलिस मौके पर पहुँचती है और सबसे घिरणसपद बात यह होती है के वह पुलिस कर्मी पहले वहां गाइयों को गौशाला पहुंचाती है और बाद में अकबर खान को नहला धोला कर और सबूतों को मिटा कर अधमरे हालत में अस्पताल ले जाती है | सिर्फ इतना ही नहीं रास्ते में उस अधमरे अकबर खान को मार डालती है | जब यह सुनिश्चित कर लिया जाता है के अकबर खान मर चूका है तोह उसे अस्पताल में ला कर फ़ेंक दिया जाता है | इसतरह पुलिस का पूरा महकुमा गौ आतंकियों के साथ कंधे से कन्धा मिला कर अपना काम करता नज़र आता है |

जब यह बात सोशल मीडिया द्वारा उठाई गयी और हंगामा बरपा हुआ तो पुलिस के आला अधिकारी सामने आकर सॉरी कहते हैं और पुरे मामले को एक सॉरी में निपटाने की कोशिश करते हैं | यह इस बात का साबुत है के किस तरह मुसलमानो को पुलिस वालों द्वारा आतंकित किया जा रहा है | देश में गोश्त खाने वालों की प्रतिशत 70% है जबकि मुसलामन सिर्फ 20% हैं तोह बाक़ी के 50% कौन लोग हैं जो गोश्त खाते हैं | गोश्त की खपत में हिन्दू समाज का भी सबसे ज़्यादा योगदान  हैं मगर निशाना मुसलमानो को बनाया जाता है इन हिन्दू कट्टरपंथियों द्वारा | 

मीडिया में जब बात आती है तोह गोदी मीडिया पैसे के लालच में हिन्दू कट्टरपंथियों के समर्थन में बात करती नज़र आती है और उन को संरक्षण देने की भरपूर कोशिश में हिन्दू मुस्लिम बहस करवाते है और उन गौ आतंकियों को बचाने की भरपूर कोशिश करती है | उनका समर्थन करती है और फिर मुसलमानो के खिलाफ घृणा फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ती | यह हिंदुस्तान की वह मीडिया है जो हिंदुत्व वादी बनी हुई है | ताज्जुब तब होता है जब इन गौ आतंकियों को गौ रक्षक का नाम दिया जाता है |

भारत में गौ मांस खाने के बारे में जिस तरह से बहस की जाती है ऐसा लगता है के सबसे ज़्यादा मुस्लमान गौ मांस खाते हैं जबकि सर्वे की मुताबिक़ देश में 70% गोश्त की खपत होती है जबकि देश में मुसलमानो की प्रतिशत महज़ 20% है तोह बाक़ी के 50% कौन हैं? दूसरी कड़वी हकीकत यह है की भारत में गौ मांस का सबसे बड़ा कारोबार करने वाले दस हिन्दू फर्म हैं जो हिंदुस्तान में और बाहरी देशों में धड़ल्ले से गो मांस को निर्यात करके अच्छा ख़ासा मुनाफा कमाते हैं | अलकबीर और अलदुआ नाम की 2 सबसे बड़ी कंपनियों के मालिक हिन्दू ही हैं फिर इन कारोबारियों को जो लाखों टन गोश्त बाहरी मुल्कों में भेजते हैं उनपर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया जाता | 

दरअसल, अलवर के स्थानीय बीजेपी विधायक Gyandev Ahuja, हत्या की आरोपी पुरुषों की रक्षा करके खान की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। खान के दोस्त असलम ने पुलिस को बताया कि उनके हमलावरों ने विशेष रूप से अहुजा का नाम दिया है जो इसका मास्टर माइंड था , इस बारे में घमंड करते हुए कि कोई भी उन्हें कैसे छू सकता है क्योंकि विधायक उनके पक्ष में है । तब से, अहुजा ने पुलिस पर पूर्ण दोष लगाने की कोशिश की और सभी जिम्मेदारियों को खारिज करते हुए गौ आतंकियों का समर्थन किया । उसने कहा की इस से पहले भी हमने मुसलमानो को मारा है और उनका कोई भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता | पिछले साल, अलवर में एक मुस्लिम डेयरी किसान पेहलू खान को हिन्दू कट्टरपंथियों द्वारा मार डाला गया था, जिन्होंने झूठी गायों की तस्करी का आरोप लगाया था। फिर भी, अहुजा ने उन आरोपियों का बचाव किया साथ ही यह  चेतावनी भी दी कि मांस खाने वालों को ऐसे ही मारा जाएगा।

इंद्रेश कुमार जो की भाजपा के वैचारिक माता-पिता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं ने रअक्बर खान की हत्या को सही ठहराते हुए कहा की मुसलमान गाय का गोश्त खाना बंद करदे तोह यह लिंचिंग बंद हो जायेगी नहीं तोह ऐसे ही मुस्लिम मारे जाएंगे | इसपर सरकार ने चुप्पी साधे रही और ऐसे गौ आतंकयों को प्रोत्साहित करती रहती है यह साफ़ ज़ाहिर है |

हिंदी ताज़ा तरीन ख़बरों को जानने के लिए हमारे फेसबुक के ऑफिसियल पेज से जुड़ें | नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके हमारे पेज को लाइक करें और हमारे वेबसाइट पर फॉलो करें |

टिप्पणियाँ