किया मोदी के रमज़ान वाला ट्वीट और इस्लाम की तारीफ़ किसी राजनीतिक फायदे के लिए तोह नहीं ? पढ़िए विस्तार से | What Is The Alternative Benefit of Modi's Bhajpa Behind His Ramadan Tweet For Muslims.|



किया मोदी के रमज़ान वाला ट्वीट और इस्लाम की तारीफ़ किसी राजनीतिक फायदे के लिए तोह नहीं ? पढ़िए विस्तार से |  What Is The Alternative Benefit of Modi's Bhajpa Behind His Ramadan Tweet For Muslims.|

modi on twitter, ramzan

आज मोदी जी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर मुसलमानो की हमदर्दी बटोरने के खातिर रमज़ान की मुबारकबाद का ट्वीट करते हुए एक के बाद एक लगातार 5 ट्वीट कर डाले जिसमें उन्हेआने पैग़म्बर मोहम्मद साहब की तारीफ़ भी की और रमज़ान की अहमियत के बारे में भी लोगों को बताया | मोदी जी का ऐसा करना था के लोगों ने उसे खूब शेयर करना शुरू कर दिया |
बात तोह बड़ी अच्छी है और होनी भी चाहिए, धार्मिक सार्द्धभाऊ बनाये रखने के लिए ऐसा करना चाहिए और हमारे कुछ राजनेता ऐसा करते भी हैं, कोई रमज़ान में इफ्तार पार्टी देता है तोह कोई किसी मुस्लिम तेहवार में बधाइयां भी देता है | हमारा देश ऐसा देश है जहाँ हर मज़हब और धर्म के लोग रहते हैं और सबकी अपनी अपनी मान्यताएं भी हैं | यह प्यार मोहब्बत बना रहना चाहिए मगर मोदी जी ? किया मैं ने सही सुना, सही देखा? यह वही मोदी जी हैं जिनके गुजरात के चीफ मिनिस्टर रहते हुए मुसलमानो का नरसंहार होता है जिसमें इन साहब की बड़ी अहम् भूमिका रही है | मक्का मस्जिद बम ब्लास्ट में आरोपी आज बाइज़्ज़त बरी हो गए | 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद आपसी सद्भाव खतरे में पड़ गया, जगह जगह कहीं गौ माता के नाम पर तोह कहीं श्री राम का नाम लेकर मुसलमानो को निशाना बनाना और क़त्ल करना शुरू हो गया, जगह जगह मुसलमानो को टारगेट किया जाने लगा, दंगा कराये जाने लगे, मुस्लमान औरतों की इज़्ज़तें लूटी जाने लगीं और यह सब हुआ भाजपा सरकार में और करवाने वाले या तोह भाजपा से जुड़े पाए गए या फिर संघ के लोगों द्वारा यह काम पुरे देश में करवाए जाने लगे | अख़लाक़ से लेकर पहलु खान और आशिफ़ा से लेकर अफ़राज़ुल कितने मुस्लमान इन संघियों के आतंक के शिकार हो गए | भाजपा के जितने मंत्री हैं उन्हें अपने बडबोल के लिए जाना जाता है | बोल भी ऐसे के इंसानीयत शर्मिंदा हो जाये | कभी मुसलमानो को हराम की नसल तोह कभी यह कहा गया के इनसे वोट देने का हक़ छीन लिया जाना चाहिए | किसी ने कहा के इन्हें पाकिस्तान भेज देना चाहिए | किसी ने कहा के जितने शमशान उतने क़ब्रिस्तान | हिन्दू हिंदी हिंदुस्तान कटुवा भागो पकिस्तान का घिनौना और नफरत भरा नारा लगाया जाने लगा | फेक प्रोपेगंडा फैलाया जाने लगा, कभी लव जिहाद का नाम दिया गया तोह कभी घर वापसी करवाई गयी और न जाने कितने ही ज़ुल्म ढाये गए |
इनसब के बावजूद मोदी जी ने 2019 के इलेक्शन को पास आते देख यह नया जुमला छोड़ा है अपने हर जुमले की तरह जिसपर उन्होंने U-Turn मारा है | तोह हो जाइये होशियार क्योंकि ठग आपके दरवाज़े पर एक बार फिर से दस्तक दे रहा है |

2019 का इलेक्शन नज़दीक है जिस इंसान के मुंह से मुसलमानो के खिलाफ चार साल से अत्त्याचार का दौर चल रहा उस पर एक लफ्ज़ नहीं निकला, जिसने कभी अपने सांसदों को इस्लाम के बारे में बोल रहे अनाप शनाप पर कुछ नहीं कहा बल्कि उन्हें मुसलमानो के प्रति भद्दी टिपण्यों के लिए अपना सहयोग देते रहे आज वही महाराज रमज़ान की मुबारकबाद दे रहा है और हुज़ूर की तारीफ़ करते दिख रहा है | शायद हमारे कुछ भोले मुसलमानो को लग रहा होगा की मोदी का ह्रदय परिवर्तित हो गया है जो आज हमारे धरम की इतनी तारीफों की झड़ी लगा दी है | तोह सुनो यह वह लोग हैं जो गीता के श्लोकों को राजनितिक फायदे के लिए इस्तेमाल करने से गुरेज़ नहीं करते, यह वह लोग हैं जो श्री राम के नाम पर मुसलमानो के घरों में घुस कर क़त्ल करते हैं | इन्हें धर्म और मज़हब से किया लेना देना यहाँ तोह खेल ही अलग है और वह भी ऐसे वक़्त में जब २०१९ का इलेक्शन सामने है | मोदी जी ने इन चार सालों में जो भी किया है उस से देश की अर्थव्यवस्था से लेकर आपसी सद्भाव को खतरे में दाल दिया है | २०१९ के इलेक्शन में अपना वोट बैंक काम होते देख यह चारा डाला गया है ताके मुस्लिम वोटों से रिकवरी की जा सके | एक बार जितने तोह दो फिर जितना इन्होने अभी उद्यम मचाया है वह तोह बस एक ट्रेलर था पूरा फिल्म देखना हो तोह अपना बहुमूल्य वोट इन्हें देकर तोह देखो |

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