केरला फेसबुक यूजर दीपक शंकरनारायणन को कठुआ मामले में बीजेपी मतदाताओं पर विवादास्पद टिप्पणी के लिए बुक किया गया | Kerala Facebook User Deepak Sankaranarayanan Booked For Controversial Statement On Kathua Case.

केरला फेसबुक यूजर दीपक शंकरनारायणन को कठुआ मामले में बीजेपी मतदाताओं पर विवादास्पद टिप्पणी के लिए बुक किया गया | Kerala Facebook User Deepak Sankaranarayanan Booked For Controversial Statement On Kathua Case.

Deepak Sankaranarayanan Booked

केरल पुलिस ने शुक्रवार को दीपक नामी शख्स को एक कंट्रोवर्सिअल बयान देने पर बुक किया | कठुआ में हुए बलात्कार और क़त्ल के मामले में फेसबुक यूजर ने बीजेपी मतदाताओं के खिलाफ एक विवादास्पद टिप्पणी की थी जिसमें उन्होंने कहा था के ऐसे भयानक आपराधिक मामले में भारतीय जनता पार्टी के वोट बैंक के उन 31% लोगों को शूट कर देना चाहिए जो न्याय व्यवस्था पर धब्बा लगा रहे हैं ।

तिरुवनंतपुरम साइबर पुलिस ने बेंगलुरू के निवासी दीपक शंकरनारायणन के खिलाफ फ़ौरन मामला दर्ज किया ।

दीपक शंकरनारायणन ने 12 अप्रैल को अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा था कि कठुआ मामले में ना सिर्फ 10 आरोपी ने नाबालिग लड़की के खिलाफ गंभीर अपराध किये बल्कि इसके लिए भारतीय लोकतंत्र का 31% की सहमति से किया गया था और भाजपा समर्थक इसके लिए उतना ही ज़िम्मेदार हैं, बता दें की । (2014 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी का यहाँ वोट शेयरिंग 31% था)।

His post in Malayalam read: "Justice should prevail even if it means shooting the 31% of people (this is twice the causality during second world war) who supported Hindutva terrorism. Democracy is for every individual, whatever be the number of people standing against it."

दीपक की इस टिप्पणी को कटटरपंथी हिन्दू ऑउटफिट के समर्थकों द्वारा हिंसा फैलाने के रूप में लिया गया, और देखते ही देखते यह मामला मज़ीद गंभीर होता चला गया |

मामले को गर्माते हुए देख दीपक ने अपने फेसबुक के उस विवादस्पद पोस्ट को डिलीट कर दिया और फिर 16 अप्रैल को स्पष्टीकरण देते हुए लिखा के हमारा संविधान सबके लिए न्याय प्रिय होना चाहिए चाहे वह कोई भी हो यह हमारे संविधान का बुनियादी मूल्य हैं |

हालांकि, दीपक के स्पष्टीकरण के बावजूद बीजेपी के राज्य मीडिया समन्वयक संदीप को उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से नहीं रोक पेयी । पुलिस के अनुसार, शिकायत गुरुवार को राज्य के डीजीपी के सामने दर्ज कराई गयी थी |

साइबर पुलिस ने इस मामले में कहा की "कानूनी राय लेने के बाद, डीजीपी ने हमें शिकायत अग्रेषित की। हमने धार्मिक समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के लिए आईपीसी की धारा 153A और 153B के तहत दीपक को बुक किया है। जांच के बाद आईटी अधिनियम के तहत अधिक सेक्शन भी उनके खिलाफ लगाए जाएंगे। यह एक गैर जमानती अपराध है और हम जल्द ही इसपर उनका बयान दर्ज करेंगे "।

टिप्पणियाँ