योगी आदित्यनाथ का मुसलमनो को ज़लील करने का विवादित बयान कहा "अच्छा है आपलोग पत्थर ही बेचो" Adityanath To A Muslim Man Said "Good ! You People Sell Stones Only |



योगी आदित्यनाथ का मुसलमनो को ज़लील करने का  विवादित बयान कहा  "अच्छा है आपलोग पत्थर ही बेचो" Adityanath To A Muslim Man Said "Good ! You People Sell Stones Only |



योगी  आदित्यनाथ  वैसे  तोह  आपको  पता  ही  है  के  कितना  बड़ा  कट्टरपंथी  हिन्दू  है  और  मुसलमानो  के  लिए  कितनी  नफरत  पालता  है . इस  तरह  के  लोग  मुसलमनो  से  किस  हदतक  घिन   करते  हैं . एक  फेस्टिवल  के  दौरान  जब  योगी  आदित्यनाथ  वहां  एक  स्टाल  से  दूसरे  स्टाल  पर  जाते  हुए  एक  मुस्लिम  बुज़ुर्ग  के  स्टाल  पर  पहुँचता  है  तोह  देखता  है  के  वह  पत्थरों  की  दूकान  सजी  हुई  है  इसपर  वहां  मौजूद  मुस्लिम  बुज़ुर्ग  उसे  पत्थर  दिखता  है  और  योहगी  कहता  है  "अच्छा  है  तुमलोग  पत्थर  ही  बेचो ". आप  तोह  समझ  ही  गए  होंगे  के  यह  शब्द  आपको  नीचे  दिखने  और  सारे  मुस्लिम  समाज  को  ज़लील  करने  के  लिए  बोले  गए  थे . एक  स्टेट  का  चीफ  मिनिस्टर  किस  हदतक  मुसलमानो  से  नफरत  करता  है  और  किस  हदतक  उस  से  घिन  करता  है .

हालांकि  यह  स्टेटमेंट  ज़लालत  की  थी  मगर  मुसलमानो  को  इनसब  से  सबक़  लेने  की  ज़रुरत  है . ज़रुरत  है  के  अपने  बच्चों  को  अच्छी  तालीम  व  तरबियत  दें  ताके  वह  खुद  हर  छेत्र  में  इनसे  कहीं  बेहतर  प्रदर्शन  कर  सकें . जैसा  के  मैं  ने  पहले  एक  आर्टिकल  में  लिखा  था  के  मैं  दुबई  में  रहता  हूँ  और  जब  एक  दिन  मैं  अपनी  फॅमिली  को  लेकर  दुबई  के  एक  पार्क  में  पहुंचा  तोह  उसी  मुस्लिम  कंट्री  में  उस  पार्क  में  ज़्यादा  तर  लोग  मुझे  हिन्दू  नज़र  आये  जिसमें  कई  अपने  पेशानियों पर  हलकी  तिलक  लगाए  हुए  थे  और  जो  अपने  बच्चों  और  फॅमिली  के  साथ  मज़े  उदा  रहे  थे  और  वहीँ  आस  पास  मुस्लमान  मेंटेनेंस  के  दीगर  कामों  को  अंजाम  देते  हुए  नज़र  आये  जिसमें  plumber, electrician, carpenter और  cleaner भी  थे . मुझे  खुद  अफ़सोस  है  के  उस  मुस्लिम मुल्क में  जिस  के  बारे  में  यह  हिन्दू  दिन  रात  गालियां  निकालते  हैं  उसी  कंट्री  में  मज़े  की  ज़िन्दगी  गुज़रते  हैं , अच्छे  खासे  पैसे  कमाते  हैं  और  फिर  उसी  का  एक  हिस्सा  मंदिरों , आश्रमों  और  दीगर  हिन्दू  कट्टरवादी संस्थाओं  को  दान  भी  करते  हैं .

कबतक  आप  छोटी  मोती  नौकरियां  करते  रहेंगे , शायद  आप  सोचते  हैं  के  आप जितना  कमा  लेते  हैं  उतना  ही  काफी  है  मगर  बता  दें  के  आपकी  इस  सोच  से  मुस्लिम  समाज  उभर  नहीं  पायेगा  जबतक  के  आप  उन  पोजीशन  को  होल्ड  करें  जहाँ  के  आप  हक़दार  हो  सकते  हैं . फिर  यही  कहूंगा  के  अपने  बच्चों  को  अच्छा  एजुकेशन  दिलवाएं ताके कभी कोई योगी आपकी बेइज़्ज़ती न करे.

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