कुछ ऐसी मिसाल बनायें और जहेज़ जैसी लानत से खुद को दूर रक्खें | मोहम्मद अज़मत ने यतीम लड़की से शादी करके क़ायम किया ऐसा मिसाल |
कुछ ऐसी मिसाल बनायें और जहेज़ जैसी लानत से खुद को दूर रक्खें| मोहम्मद अज़मत ने यतीम लड़की से शादी करके क़ायम किया ऐसा मिसाल |
जहेज़ इस्लाम में हराम है, भला हमारा ज़मीर कैसे गवारा कर सकता है के हम जिस लड़की से शादी कर रहे हैं उस से हर तरह का सुख और आराम पा रहे हैं और फिर उल्टा उस लड़की के माँ बाप से जहेज़ का डिमांड करते हैं जो के बिलकुल ग़लत है । लड़की भी दें और जहेज़ भी दें यह तोह ज़ुल्म है। कल आप भी किसी लड़की के माँ बाप बनेगे । हम अपनी बात कर रहे हैं ना के उनकी जिनके यहाँ तिलक के तौर पर मोटी रक़म ऐंठी जाती है और थोड़ा कम हो जाने पर उसके ससुराल वालों द्वारा तरह तरह के ज़ुल्म भी ढाये जाते हैं । खैर वापस आते हैं हमारे मुद्दे पर ।
हमारे यहाँ औरत को इज़्ज़त दी जाती है और देते रहेंगे भी लेकिन साथ ही हम सबको यह चाहिए के हम इस बुराई से खुद को उभारे और जहेज़ जैसी लानत से खुद को बचाएं और अपने दोस्तों को भी बताएं , ज़रुरत पड़े तोह अपने माँ बाप को भी मना करदें क्योंकि यह ग़लत है । इसतरह से औरत की इज़्ज़त भी बढ़ेगी और हमारा मुआशरा और बेहतर बनेगा । ख़ास कर यह बात मैं उन नौजवानो से कहूंगा जो अभी शादी के क़तार में खड़े हैं । लाख 2 लाख लेकर आपका कितना भला हो जायेगा बल्कि उस लड़की के माँ बाप को इसके लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती होगी, ना जाने किस किस के आगे हाथ फैलना पड़ता होगा । हम २१ वीं सदी में जी रहे हैं हमें अपनी सोच में बदलाव लाना ज़रूरी है और साथ ही पहल करना भी । वैसे भी यह जहेज़ हमारी कल्चर की देन नहीं है बल्कि यह तोह हिन्दुओं की देन है चूंकि हम सदियों से साथ रहते चले आये हैं इसलिए इसतरह की बहुत सी बुराइयां हम ने उनसे सीख ली और उसे अपने कल्चर का हिस्सा बना लिया । वैसे तोह बहुत सारी बुराइयों से निकल चुके हैं पर इस बुराई से निकलना बहुत ज़रूरी है ।
आज इस जहेज़ जैसी प्रथा से न जाने कितनी लड़कियां घरों में बैठी हुई हैं जिनके माँ बाप एक अच्छे वर की तलाश करते हैं ताके उनकी बेटी उनके साथ खुश रह सके । मोहम्मद अज़मत जिन्होंने एक ऐसी मिसाल पेश की है जिसपर बाक़ी नौजवानो को फख्र होना चाहिए । अज़मत ने एम् टेक किया हुआ है और अपने माँ बाप से ज़िद की के वह शादी में जहेज़ नहीं लेंगे और अपनी शादी में उन्होंने जहेज़ लिया भी नहीं । इस जज़्बे को हमारा सलाम । हम चाहेंगे के बाक़ी नौजवान भी इस राह पर चलें और जहेज़ जैसी सिस्टम से खुद को दूर रक्खें तभी समाज में एक अच्छा सन्देश जायेगा और किसी की बेटी सिर्फ पैसे के कमी के कारन घर में बैठी नहीं रहेगी बल्कि उनको भी एक अच्छा जीवन साथी मिलेगा और अपनी ख़ुशी से ज़िन्दगी बसर कर पाएंगे ।
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