अगर ईरान तेल निर्यात नहीं कर सकता, तो खाड़ी देशों से कोई तेल निर्यात नहीं किया जाएगा: राष्ट्रपति रूहानी | If Iran Can Not Export Oil Then No Oil Will Be Exported From Gulf. Rouhani Said

अगर ईरान तेल निर्यात नहीं कर सकता, तो खाड़ी देशों से कोई तेल निर्यात नहीं किया जाएगा: राष्ट्रपति रूहानी | If Iran Can Not Export Oil Then No Oil Will Be Exported From Gulf. Rouhani Said.

why-america-ban-iran-oil-export

ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने मंगलवार को अमेरिका को आड़े हाथों लेते हुए कहा है की अगर वाशिंगटन ने उनके तेल निर्यात को बाधित करने की कोशिश जारी रक्खी तोह खाड़ी के अन्य देश भी अपने तेल शिपमेंट को बरक़रार नहीं रख पाएंगे, अगर वाशिंगटन ईरानी तेल निर्यात को रोकने के प्रयासों से आगे बढ़ता है तोह यह उनके लिए अच्छा नहीं होगा।

संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरान और अमेरिकी अधिकारियों पर तेल निर्यात और आयात को लेकर प्रतिबंध लगाए हैं, उनका कहना है कि उनका उद्देश्य इस्लामी गणराज्य के मिसाइल कार्यक्रम और ईरान के क्षेत्रीय प्रभाव को रोकने के लिए ईरान के तेल निर्यात को शून्य करना आवश्यक है।

रूहानी ने उत्तरी ईरानी शहर शाहरुद की यात्रा के दौरान एक टेलीविजन इंटरव्यू के दौरान कहा, "अमेरिका को पता होना चाहिए कि हम अपना तेल दीगर मुल्कों में निर्यात करते  हैं और हमारा तेल बेचना जारी रहेगा और वे हमारे तेल निर्यात को रोकने में सक्षम नहीं हैं।"

उन्होंने कहा, "अगर वे ईरान के तेल के निर्यात को रोकना चाहेंगे, तो फारस की खाड़ी से कोई भी तेल निर्यात नहीं किया जाएगा।"

रूहानी ने इस से पहले जुलाई में इसी तरह की टिप्पणियां कीं थीं।

जुलाई में, एक ईरानी क्रांतिकारी गार्ड कमांडर, इस्माइल कौवरी, को यह कहते हुए उद्धृत किया गया था कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरानी तेल की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया तो तेहरान हर्मूज़ के रास्ते से अन्य तेल शिपमेंट को भी रोक देगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मई में बहुपक्षीय परमाणु समझौते से हाथ वापस खींच लेने के बाद ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच तनाव काफी बढ़ गया है और अमेरिका द्वारा इस्लामी गणराज्य पर प्रतिबंधों को दोबारा लागू कर दिया गया है।

रूहानी ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस क्षेत्र और दुनिया के साथ ईरान के आर्थिक संबंधों को काटने में कभी सफल नहीं होगा।

राज्य संचालित इस्लामी गणराज्य समाचार एजेंसी (आईआरएनए) के मुताबिक, " रूहानी ने कहा। "निश्चित रूप से उन्होंने कभी ईरान के लोगों के साथ दोस्ती नहीं रक्खी है और हमने कभी भी अमेरिका या अन्य देशों पर 100 प्रतिशत भरोसा नहीं किया।"

मोहम्मद जव्वाद ने कहा की "हमारे पास मौजूद जानकारी के आधार पर ऐसा नहीं है। क्योंकि अगर ईरान के तेल की रक़म बैंक खातों में जमा नहीं किया जाता है, तो यह स्पष्ट नहीं है कि व्यापार के लिए कोई धन होगा, क्योंकि तेल ईरान के निर्यात का एक प्रमुख हिस्सा है।" 

टिप्पणियाँ