यूपी पुलिस ने जीआरपी स्टेशन के अंदर मुस्लिम जोड़े को दी कड़ी यातना । UP Police Tortures Muslim Couple Inside GRP Station And Uses Abusive Language.
यूपी पुलिस ने जीआरपी स्टेशन के अंदर मुस्लिम जोड़े को दी कड़ी यातना । UP Police Tortures Muslim Couple Inside GRP Station And Uses Abusive Language.
Muslim Couple Beaten By Stick Inside GRP Station In Uttar Pradesh.
जब सैय्यां भये कोतवाल फिर डर काहे का । देश में भाजपा के इस युग में हिन्दू वादी संगठनों को खुली छूट मिल गई है और इनके हाशिये पर या तो दलित होते हैं या फिर मुस्लमान । इस काम में उत्तर प्रदेश की हिन्दू वादी सर्कार आदित्यनाथ ने कोई कसर नहीं छोड़ी है । पुलिस के भेस में भगवा धारियों का पूरा समूह इनके आधीन काम करता है जिनको नफरत की घुट्टी पिलाई जाती है।
हालिया ऐसे कई हादसे हमारे सामने आ चुके हैं जो इस बात की पूरी तरह से पुष्टि करती है की इन भगवा धारियों को मुसलमानो से कितनी नफरत है । आपने सब देखा है । आज हम इन योगी आदित्यनाथ के आधीन काम करने वाली पुलिस का एक और कुरुर चेहरा आपको दिखाने वाले हैं ।
यूपी पुलिस ने जीआरपी स्टेशन के अंदर मुस्लिम जोड़े को दी कड़ी यातना ।
उत्तर प्रदेश के एक पुलिस स्टेशन से वायरल हुए एक चौंकाने वाले वीडियो में, एक पुलिस वाले को मुस्लिम जोड़े को यातना देने का कुरुर वीडियो सामने आया है । वीडियो में, डीएसपी अशोक कुमार दीक्षित को जीआरपी स्टेशन परिसर के अंदर एक मुस्लिम जोड़े को कड़ी यातना देते हुए साफ़ तौर पर देखा जा सकता है । डीएसपी दीक्षित ने डंडे के साथ जोड़े पर हमला किया और पुलिस स्टेशन परिसर के अंदर जोड़े के साथ घिनौनी हरकतें भी की । उन्होंने मुसलमान जोड़े को गन्दी गन्दी गालिया भी दी । एडीजी रेलवे संजय सिंघल ने वायरल हुए वीडियो के आधार पर घटना की संज्ञान ली है और 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त अशोक दीक्षित के खिलाफ जांच शुरू की गई है। एसपी जीआरपी मोरादाबाद जांच के प्रभारी होंगे।
सवाल यह है की किया दो चार पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई करने से इस महकमे पर लगे हुए दाग़ धूल जाएंगे ? कुछ तस्वीरें और वीडियो जो सोशल मीडिया में आ जाता है तो मामला लोगों की नज़र में आता है और रूटीन के हिसाब से उन पर कार्रवाई की जाती है पर उनसब का किया जिनका वीडियो बाहर नहीं आता ? आखिर ऐसे कितने भगवाधारी गुंडे पुलिस की भेस में इस महकमे के अंदर इस घटया मानसिकता के साथ सेवान्तरित हैं ? ऐसे में किया पुलिस रिफार्म की ज़रुरत नहीं है।
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