किया मुस्लिम बहुल छेत्र टोंक से AIMIM बीजेपी के खिलाफ अपना कैंडिडेट खड़ा करेगी ? Will AIMIM Field His Candidate Against BJP, From Muslim Majority State Tonk?.

मुस्लिम बहुल छेत्र टोंक राजस्थान से बीजेपी ने उतारा यूनुस खान को तो कांग्रेस ने सचिन पायलट को। BJP Fielded Yunus Khan Against Sachin Pilot In Muslim Majority State Tonk. 

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बहुत दुर्भाग्य की बात है की राजस्थान के टोंक ज़िले से जहाँ 60 प्रतिशत मुस्लिम आबाद हैं वहां से कांग्रेस ने सचिन पाइलट को टिकट दिया है तोह वहीँ बीजेपी जो मुसलमानो के साथ भेदभाव करती है ने पहले अजित मेहता को उतारा था मगर यह देखते हुए की यह मुस्लिम बहुल छेत्र है जिसकी आबादी 60% है अपनी चालबाज़ी दिखाते हुए बीजेपी ने अपना कैंडिडेट बदल कर यूनुस खान को टिकट दिया है। 

देखना यह है की इस इलाक़े से AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी कब अपना कैंडिडेट उतारते हैं और उतारेंगे भी या नहीं । चलिए पहले यह जान लेते हैं की टोंक राजस्थान शहर भाजपाइयों के लिए और कोंग्रेसियों के लिए इतना मायने क्यों रखता है। 

टोंक राजस्थान के प्रसिद्ध जिलों में से एक है। टोंक शहर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है। यह बनस नदी के दाहिने किनारे के पास स्थित है, जयपुर से दक्षिण में केवल 60 मील की दूरी पर यह शहर आबाद है। टोंक 1817 से 1947 तक ब्रिटिश भारत के नामांकित रियासत की राजधानी भी रह चुकी है । टोंक को 'राजस्थान का लखनऊ', 'अदब का गुलशन', 'रोमांटिक कवि अख्तर श्रेरानी की नागरी', 'मीठे खरबूजो का चमन' भी कहा जाता है। ये नाम राजस्थान में टोंक को एक महत्वपूर्ण स्थिति निर्दिष्ट करते हैं।

टोंक शहर 100 किलोमीटर की दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 12 पर स्थित है। जयपुर से यह 75 डिग्री 07 ^ से 76 डिग्री 19 ^ और अक्षांश 25 डिग्री 41 ^ से 26 डिग्री 34 ^ अक्षांश के बीच स्थित है। यह उत्तर में जयपुर जिले, पूर्व में स्वाई माधोपुर जिले और पश्चिम में अजमेर जिले से घिरा हुआ है। टोंक जिले का कुल भौगोलिक क्षेत्र 7.16 लाख हेक्टेयर है, लेकिन भूमि उपयोग के उद्देश्य के लिए वर्ष 2002-03 में भूमि रिकॉर्ड पेपर के अनुसार क्षेत्र 7.1 9 लाख हेक्टेयर होने की सूचना दी गई है। जहां तक ​​इसके क्षेत्र का संबंध है, राज्य के मौजूदा 33 जिलों में टोंक जिला 20 वें स्थान पर है।

इस राज्य के फाउंडर नवाब मुहम्मद अमीर खान (1769-1834), अफगानिस्तान से पश्तून वंश के एक साहसी और सैन्य नेता थे। अमीर खान एक सैन्य कमांडर थे । 1806 में, खान को ब्रिटिश सरकार से टोंक राज्य मिला था । उन्होंने टोंक के अपने क्षेत्र को बनाये रखा और नवाब का खिताब प्राप्त किया। 

यह बता दें की पिछले 46 वर्षों से कांग्रेस ने यहाँ से हमेशा मुस्लिम कैंडिडेट ही उतारा था मगर इस बार कांग्रेस ने हिन्दू कैंडिडेट को टिकट दिया है यह बड़े अचंभे की बात है । किया मुस्लमान हमेशा से यहाँ कांग्रेस का वोट बैंक बना हुआ था जिसकी कुल मुस्लिम आबादी का रेश्यो 60 प्रतिशत है । बता दें की यहाँ से कांग्रेरस ने हमेशा ज़किया जी को उतारा है मगर इसबार पास पलट दिया कांग्रेस ने । लेकिन इसमें कई  संदेह है कि सभी मुस्लिम कांग्रेस के पीछे रैली करेंगे। जाकीया ने इसका संकेत देते हुए गहरा चिंता जताया और शुक्रवार को टोंक में मुसलमानों द्वारा कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए।

पायलट का कहना है कि उन्होंने टोंक का चयन नहीं किया, पार्टी ने खुद उन्हें चुना है । उन्होंने कहा, "यह पार्टी का आदेश था कि मैं विधानसभा चुनाव यहाँ से लड़ूँ और उसने मेरे लिए टोंक चुना है।"

दुर्भाग्य यह है की यहाँ के मुस्लमान खुद दो हिस्सों में बाटे हुए हैं, एक हिस्सा बीजेपी को सपोर्ट करता है तोह दूसरा कांग्रेस को और यही वजह है की कांग्रेस के कैंडिडेट ज़्यादा तर हार जाते हैं और इसी बात का फायदा उठाते हुए बीजेपी ने टोंक से इसबार मुस्लिम चेहरा सामने कर दिया है ताकि आसानी से जीत सुनिश्चित की जा सके ।

अब देखना यह दिलचस्प है की टोंक से असदुद्दीन ओवैसी अपना कोई मुस्लिम कैंडिडेट खड़ा करते हैं की नहीं क्योंकि मुस्लिम बहुल इलाक़ा होने के नाते aimim को यहाँ अपना कैंडिडेट उतार देना चाहिए। 

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