आईएसआई एजेंट निशांत अग्रवाल ब्राह्मोस नागपुर यूनिट से पाकिस्तान को 'ख़ुफ़िया तकनीकी' जानकारियां देने के लिए गिरफ्तार किया गया | ISI Agent Nishant Agarwal Arrested In A Joint Operation By Uttar Pradesh and Maharashtra Anti-Terrorism Squads.
आईएसआई एजेंट निशांत अग्रवाल ब्राह्मोस नागपुर यूनिट से पाकिस्तान को 'ख़ुफ़िया तकनीकी' जानकारियां देने के लिए गिरफ्तार किया गया | ISI Agent Nishant Agarwal Arrested In A Joint Operation By Uttar Pradesh and Maharashtra Anti-Terrorism Squads.
नागपुर के डीआरडीओ की वर्धा रोड से उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दलों (एटीएस) द्वारा संयुक्त अभियान में पाकिस्तानी मुखबिर निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया।
नई दिल्ली: नागपुर के ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट से पाकिस्तान को तकनीकी ख़ुफ़िया जानकारी कथित रूप से मुहैय्या करवाने वाले निशांत अग्रवाल को सोमवार के दिन महाराष्ट्र के आतंकवाद विरोधी दल द्वारा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के इस कर्मचारी को हिरासत में लिया गया।
आरोपी की पहचान निशांत अग्रवाल के रूप में की गई है, जो चार साल से ब्राह्मोस एयरोस्पेस यूनिट में काम कर रहा था । उसे आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत बुक किया गया है। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच चल रही है के उसने पाकिस्तान को अबतक किया किया जानकारी मुहैय्या करवाया है।
पीटीआई से बात करते हुए मकान मालिक मनोहर काले ने बताया की निशांत अग्रवाल नामक देश द्रोही इंजीनियर पिछले साल से वर्धा रोड पर उनके द्वारा दिए गए किराए के माकन में रह रहा था |
एटीएस आईजी, असीम अरुण ने कहा, "निशांत अग्रवाल के निजी कंप्यूटर को जांच करने पर बहुत साड़ी संवेदनशील जानकारी मिली हैं । साथ ही उसके फेसबुक अकाउंट से पाकिस्तान के ऑपरेटरों के साथ चैट करने का प्रमाण भी मिले हैं ।"
बता दें की पिछले महीने, उत्तर प्रदेश आतंकवादी विरोधी दल (एटीएस) ने पाकिस्तान आईएसआई एजेंटों के साथ महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने के आरोप में नोएडा से बीएसएफ जवान राजा काले को गिरफ्तार किया था।
इस से पहले मध्यप्रदेश के रीवा जिले का रहने वाला देश द्रोही अच्युतान मिश्रा, इकाई परिचालन विवरण, पुलिस अकादमी और प्रशिक्षण केंद्र के बारे में पाकिस्तान को ख़ुफ़िया जानकारी साझा करने के इलज़ाम में गिरफ्तार किया गया था।
उत्तराखंड निवासी को मई में पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी, इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) की मदद के लिए गिरफ्तार किया गया था।
आरोपी रमेश सिंह, जो 2015 में एक पूर्व भारतीय राजनयिक के घर में एक कुक के रूप में काम करता था; उसने आईएसआई एजेंटों को उनके कारों को इस पूर्व भारतीय राजनयिक के घर के बाहर घंटों तक पार्क करने की अनुमति भी प्रदान की थी |
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