एक भारतीय ट्रेन यात्री के ट्वीट ने 26 लड़कियों को बाल तस्करी से बचाने में की मदद | 26 girls were saved from child traffickers because of an Indian train passenger tweet.
एक भारतीय ट्रेन यात्री के ट्वीट ने 26 लड़कियों को बाल तस्करी से बचाने में की मदद | 26 girls were saved from child traffickers because of an Indian train passenger tweet.
एक ट्रेन यात्री के समय रहते ट्वीट करने से मानव तस्करी के झुंड से कुल 26 भारतीय लड़कियों को बचा लिया गया।
आदर्श श्रीवास्तव नामक एक व्यक्ति जो गुरुवार की सुबह उत्तरी भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश में एक ट्रेन से यात्रा कर रहे थे, ट्रैन पर सवार होने के क़रीब आधे घंटे के बाद उन्होंने अपने आस पास कुछ संदिग्ध हालात को महसूस किया | उन्होंने देखा की उस ट्रैन के उसी कम्पार्टमेंट में लगभग छब्बीस किशोर लड़कियों का एक बड़ा समूह मौजूद था जिनमें से कई लड़किया साफ़ तौर से परेशान दिख रही थीं ।
कुछ अवांछित संदेह करते हुए, श्रीवास्तव ने अपने फोन से चुपचाप कुछ तस्वीरें निकालीं और फिर रेलवे अधिकारियों को इस स्थिति के बारे में सतर्क करने के लिए ट्वीटर का सहारा लिया। उन्होंने यह ट्वीट किया
"मैं इस समय अवध एक्सप्रेस (194040) में यात्रा कर रहा हूं। कोच नंबर S5 में क़रीब 25 लड़कियां हैं, सभी किशोर हैं, उनमें से कुछ रो रही हैं और सभी असुरक्षित महसूस कर रही हैं"
इसके बाद रेल मंत्रालय ने क़रीब आधे घंटे बाद ट्वीट का जवाब दिया, रेलवे पुलिस बलों के ट्विटर अकाउंट को टैग करते हुए तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा।
आदर्श श्रीवास्तव ने जवाब देते हुए लिखा "(मानव तस्करी जैसा दृश्य है) मैं इस समय हरि नगर से गुज़र रहा हूँ और मेरा अगला स्टेशन बागा और फिर गोरखपुर है। कृपया उनकी मदद करें। कृपया मदद करे"।
रेलवे अधिकारियों का हवाला देते हुए प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने बताया कि कुछ स्टॉप के बाद रेलवे पुलिस ने सादे कपड़े पहने हुए ट्रेनों में प्रवेश किया, 26 लड़कियों को बचाया और दो लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया।
इन सारी लड़कियों की उम्र 10 से 14 वर्ष के भीतर ही होगी | इस समय उनके नाम और परिवारों के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है । उन्हें राज्य बाल कल्याण प्राधिकरणों को स्थानांतरित कर दिया गया, जिन्होंने लड़कियों के परिवारों की पहचान करने और उन्हें अपने ठिकाने के बारे में सूचित करने की ज़िम्मेदारी ली है।
बाल तस्करी भारत में एक बड़ी समस्या है| इन लड़कियों को वेश्यावृत्ति, घरों में बेचने और जबरन विवाह समेत दूसरे उद्देश्यों के लिए तस्करी के रूप में चिह्नित किया जाता रहा है और बता दें की इसमें युवा लड़कियों को सबसे अधिक जोखिम उठाना पड़ता है ।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अनुसार, 2016 में 9,000 से अधिक भारतीय बच्चे तस्करी के पीड़ित थे। बहुत से ग्रामीण इलाकों से थे और उन्हें नौकरी दिलाने का झांसा देकर बड़े शहरों में बेच दिया जाता है।
रेलवे ने इस मामले में लोगों से अपील की है के वह इस तरह की किसी भी घटना की सोचना देने के लिए उनके वेब पोर्टल और सोशल मीडिया का सहारा ले सकते है |
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