भारत में हर 15 मिनट में, एक बच्चे को यौन शोषण का करना पड़ता है सामना : सीआरवाई की रिपोर्ट | Rape Crime Against Child: Every 15 minutes a child is subject to sexual abuse in India.
भारत में हर 15 मिनट में, एक बच्चे को यौन शोषण का करना पड़ता है सामना : सीआरवाई की रिपोर्ट | Rape Crime Against Child: Every 15 minutes a child is subject to sexual abuse in India.
जिसतरह से भारत में यौन शोषण के मामले सामने आ रहे हैं चाहे वह बच्चों के मामले में हो या फिर औरतों और युवा लड़कियों के प्रति एक बेहद शर्मनाक स्थिति सामने आ रही है | कई अखबार हर दिन इसतरह की ख़बरों को प्रकाशित करता रहता है, कुछ मामले इतने संगीन होते हैं जो रोंगटे खड़े कर देते हैं और ऐसे ही मामले देश को झिंझोड़ते हैं | हमें यह सुनिश्चित करना होगा के हम किस तरह का समाज चाहते हैं | इसके लिए बहुत हदतक हम भी ज़िम्मेदार हैं क्योंकि हमने ही ऐसे लोगों को अपना लीडर और मसीहा बना रक्खा है जिनके शरण में गुंडे, बलात्कारी और माफिआ पालते फूलते हैं और जो हमें सम्पर्दायिक भाषणों से उत्तेजित करते रहते हैं और इस पर अपनी रोटियां सकते हैं |
नई दिल्ली: बच्चों के अधिकारों के डाटा एनालिसिस एनजीओ सीआरवाई के एक खुलासे में यह पाया गया है कि भारत में हर 15 मिनट में एक बच्चे के साथ यौन अपराध यानी सेक्सुअल क्राइम किया जाता है और पिछले 10 वर्षों में नाबालिगों के खिलाफ इस तरह के खौफनाक अपराध में 500 प्रतिशत की तेज़ी से इज़ाफ़ा हुआ है जो के परेशान करने वाली बात है ।
क्राई के विश्लेषण, जो आज जारी किया गया है, से यह भी पता चला है कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान जैसे राज्यों में बच्चों के खिलाफ आपराधिक मामले में 50 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है |
द चाइल्ड राइट्स एंड यू (सीआरवाई) विश्लेषण के मुताबिक, "पिछले 10 वर्षों में 500% से अधिक नाबालिगों के खिलाफ अपराधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसमें 2016 में 1,06,958 के आंकड़े के अनुसार कुल 18,967 अपराध के मामले दर्ज किए गए थे।" ।
बता दें की यौन अपराधों यानी (पोक्सो) अधिनियम से बच्चों के संरक्षण के तहत 2016 के अपराधों का विश्लेषण के अनुसार, भारत में बच्चों के खिलाफ यौन शोषण का एक-तिहाई अपराध सामने आया ।
"यह बहुत ही खतरनाक है कि भारत में हर 15 मिनट में एक बच्चे के खिलाफ यौन अपराध किया जाता है।"
आपको यह भी बता दें की यह चौकाने वाला विश्लेषण उस समय सामने आया है जब जम्मू-कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव में नाबालिगों के हालिया बलात्कार के मामलों में देश देश और दुनिया को झिंझोड़ कर रख दिया |
रिपोर्ट में कहा गया है की, "अकेले उत्तर प्रदेश में बच्चों के खिलाफ दर्ज अपराधों में 15 प्रतिशत की बढ़ौतरी के साथ इस सूची में सबसे ऊपर है, जबकि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश क्रमश: 14 प्रतिशत और 13 प्रतिशत के साथ सामने आया है।"
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