दोगलापन । मुस्लिम लड़की गीता पढ़े तो ठीक, लेकिन एक हिन्दू लड़की सिर्फ ”आई लव मुस्लिम्स’ लिख दे तो उसकी जान ले ली जाती है !
दोगलापन । मुस्लिम लड़की गीता पढ़े तो ठीक, लेकिन एक हिन्दू लड़की सिर्फ ”आई लव मुस्लिम्स’ लिख दे तो उसकी जान ले ली जाती है !
कहा था ना के मुस्लिम लड़कियां अगर गीता पढ़े और उसमें पुरस्कार जीते तो फख्र की बात होती है संघियों के लिए और फिर मोदी, योगी और अमिताभ बच्चन उसे सम्मानित करते हैं, ना सिर्फ इतना बल्कि कहा जाता है के मुसलमानो को इनसे सीख लेनी चाहिए और इन्हें सेकुलरिज्म की पहचान बताई जाती है और उन्हें अपनी कल्चर और ट्रेडिशन को प्रोत्साहन मिलता है दूसरी तरफ लड़की के माता पिता भी इस बात को सुनकर और प्रोत्साहन को देख कर गदगद हो जाते हैं और फुले नहीं समाते ।
मरियम और आलिया जैसी लड़कियां इस बात का पैग़ाम पुरे मुस्लिम समाज को देती हैं मगर वहीँ दूसरी तरफ एक हिन्दू लड़की को महज़ " I Love Muslim" लिख दे तोह उसकी जान ले ली जाती है, यह दोगली मानसिकता का परिचय देकर आप ने साबित कर ही दिया के जो हम कुछ महीनो से कहते चले आ रहे थे के आप संघी हो और आपको इस बात से ज़्यादा ख़ुशी मिलती है के कोई आपके कल्चर, धरम का अध्ध्यन करे ताके उसे और ज़्यादा प्रोत्साहन मिले और वह खूब फले फुले मगर तब किया हो जाता है जब कोई हिन्दू लड़की महज़ आई लव मुस्लिम्स लिख देने से आपकी साड़ी सेकुलरिज्म की पोल खुल जाती है और आप उसे बजाये सेकुलरिज्म का डंका बजने के बजाये मार देते हैं ?
गीता पढ़ने वाली एक मुस्लिम लड़की की पिछले दिनों बहुत चर्चा हुई हिन्दू न्यूज़ चैनलों सॉरी हिंदी न्यूज़ चैनलों ने इस पर विशेष स्टोरी की। लड़की का नाम शायद आलिया खान है। न्यूज़ चैनलों ने बताया कि कैसे इस लड़की ने मौलानाओं की बोलती बंद कर दी। एक बारगी मुझे लगा कि दूसरे धर्म के बारे में अच्छा बोलने वाली इस लड़की का सम्मान होना चाहिए। फिर फायरब्रांड पत्रकार अंजना ओम कश्यप सहित अन्य लोगों को इस पर जरूरत से ज्यादा प्रचार से स्पष्ट हो गया कि यहाँ भी इस लड़की के बहाने मुस्लिम ही निशाने पर है।
संतोष के एक सवाल के जवाब में उसने लिखा, ‘मैं मुस्लिमों से प्यार करती हूं’.इस पर संतोष ने मुस्लिमों से कोई भी रिश्ता रखने को लेकर उसे चेतावनी दी। इतना ही नहीं उसने उस बातचीत का स्क्रीनशॉट बंजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों के साथ भी शेयर किया। ये स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बीजेपी यूथ विंग के अनिलराज ने धन्याश्री के घर जाकर उसे और उसकी मां को धमकाया।
अगले ही दिन धन्याश्री ने सुसाइड कर लिया। धन्याश्री के शव के पास से पुलिस को एक नोट भी मिला। इस नोट में उसने लिखा था कि इस घटना ने उसकी जिंदगी और पढ़ाई-लिखाई बर्बाद कर दी। एक हिन्दू लड़की को सिर्फ ‘मैं मुस्लिमों से प्यार करती हूँ ‘ लिखने पर जान देनी पड़ी। और जान लेने वाला भी हिन्दू ही है और हम बात यहाँ मुस्लिमों के अत्याचार की करते हैं।
मुस्लिम लड़की गीता पढ़े ,भागवत पढ़े ,जय श्री राम बोले तो ठीक है लेकिन एक हिन्दू लड़की सिर्फ ”आई लव मुस्लिम्स’ लिख दे तो उन्हें जान देनी पड़ती है!
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