कुछ इसतरह धोके से वार करते हैं यह आतंकी | मुस्लमान अगर कुछ ऐसा करता तोह हमारे मुल्क के सेक्युलर मुस्लिम ना सिर्फ इसकी मज़म्मत करते बल्कि पुरज़ोर आवाज़ में फांसी की मांग भी करते |

कुछ इसतरह धोके से वार करते हैं यह आतंकी | मुस्लमान अगर कुछ ऐसा करता तोह हमारे मुल्क के सेक्युलर मुस्लिम ना सिर्फ इसकी मज़म्मत करते बल्कि पुरज़ोर आवाज़ में फांसी की मांग भी करते |  



6 दिसंबर 2017 का वह दिन मुसलमानो को क़तई नहीं भूलना चाहिए जिसने न सिर्फ मुस्लमान बल्कि पूरी दुन्या को और हिन्दुस्तान को शर्मिंदा किया । हिंदुत्व नेताओं के द्वारा फैलाई गयी मज़हबी नफरत को इतना हवा दिया गया के एक हिन्दू भेड़िये ने एक ग़रीब मज़दूर जो के ५० साल की उम्र का था और जो अपने बीवी बच्चों के खातिर दो वक़्त की रोटी का इंतज़ाम करने के खातिर किसी अजनबी शैतान पर भरोसा करके गया ताके उसे कुछ काम मिल सके और वह महज़ अपने बीवी बच्चे का पेट पाल सके ।

उस ग़रीब इंसान को तोह न सिआसत से कोई मतलब था न ही किसी तरह के लव ट्रायंगल से मगर हिन्दू विचारधारा से प्रभावित एक हिन्दू आतंकी शम्भुनाथ द्वारा रचे गए षंड्यंत का हिस्सा बन गया और हिंदुत्व की भेंट चढ़ गया मगर बात यहीं ख़त्म नहीं हुई उस हैवान ने उस बेचारे ग़रीब इंसान का पूरा वीडियो रिकॉर्ड किया और फिर उसे अधमरे हालत में ज़िंदा आग लगा दिया और फिर शुरू हुई हैवान्यात का दूसरा खेल, बजाये अफ़राज़ुल को इन्साफ दिलाने के इंडिया की हिंदुत्व मीडिया ने इस पुरे मामले को लव जिहाद का नाम देकर शम्भुनाथ का फेवर करना शुरू करदिया और उसे फेसबुक, व्हाट्सप्प के दरमियान उछाल दिया और फिर कुछ हिन्दुओं ने उसके गुणगान गाने शुरू करदिये ।

मुस्लमान अगर कुछ ऐसा करता तोह हमारे मुल्क के सेक्युलर मुस्लिम, मौलाना न सिर्फ इसकी मज़म्मत करते बल्कि पुरज़ोर आवाज़ में फांसी की मांग भी करते । यही फ़र्क़ होता है मुस्लमान और काफिर में । एक हिन्दू आतंकी को आतंकी मानने से उन्हें गुरेज़ है साथ ही हिन्दुओं की कई साडी जमातें इस हिन्दू आतंकी को छुड़ा कर उसे सम्मानित करने के लिए हर हथकंडा अपनाने को तैयार है । कुछ तोह इस हरामखोर को महाराणा परताप का खिताब दे रहे हैं तोह कुछ इसे परमवीर चक्र का तम्घा देने की कोशिश में हैं । कुछ ऐसे भी हैं जो इसे बचने के लिए सोशल मीडिया पर लव जिहाद का नाम देकर रुख को मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं । इनसब में एक और बात सामने देखने को मिली है के कोई भी हिन्दू संस्था इस मामले पर कर्टिकिसे करने सामने नहीं आया गोया वह इस हादसे को जश्न के तौर पर मन रहे हैं और अपने व्हाट्सप्प और क्लोज्ड फेसबुक ग्रुप में खुशीआं बाँट रहे हैं । कोई ताज्जुब नहीं होगा अगर यह खूंखार जानवर अथवा हिन्दू आतंकी बाइज़्ज़त बरी करदिया जाये ताके हिन्दू समाज के दरमियान इस बात को बल दिया जाये के बीजेपी के सरकार में आप मुसलमानो का कुछ भी करो सरकार आपकी पूरी मदद करेगी । कुछ दिन केस चलेगा फिर जज द्वारा बरी कर दिए जाओगे और फिर बीजेपी की किसी पद पर नियुक्ति कर दी जाएगी ।

मुसलमानो को इस बारे में बड़ी गहराई से सोचने की ज़रुरत है और मैं तोह कहता हूँ के ऐसे किसी भी हिन्दू आतंकी पर भरोसा न करें किया भरोसा अगला नंबर आपका या आपके किसी परिवार का आ जाये । अपने परिवार को समझाएं और इन दुश्मनो से दूर रक्खें ।

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