ताज महल को तेजू महल बता कर बीजेपी सांसद विनय कटिहार ने अब मुसलमानो के दीगर मज़हबी इमारतों पर हिन्दुओं का क़ब्ज़ा करने की खातिर एक नया विवाद खड़ा करने की कोशिश की|

ताज महल को तेजू महल बता कर बीजेपी सांसद विनय कटिहार ने अब मुसलमानो के दीगर मज़हबी इमारतों पर हिन्दुओं का क़ब्ज़ा करने की खातिर एक नया विवाद खड़ा करने की कोशिश की|

Hindu Extremist Leader and Rajya Sabha Member Vinay Katihar Raised Another Controversy Trying to labelled Taj Mahal Into Teju Mahal and Asked Yogi to Find the Sign Inside. 


हिनुस्तान जो कभी भाई चारह की मिसाल समझा जाता था आज उस रिश्ते में कड़वाहट और खिंचाव पैदा हो चूका है और यह कड़वाहट तब पैदा हुई जब बाबर द्वारा क़ायम की गयी बाबरी मस्जिद को हिन्दू कट्टरपंथियों द्वारा 6  दिसंबर 1992 में नापाक किया गया बल्कि उसे अपने घटिया ज़हनियत दिखते हुए तोड़ डाला गया । आज भी मुस्लमान उस लम्हे को काला दिन के तौर पर याद करते हैं जबकि हिन्दू विकृत मानसिकता वाले लोग इस नापाक हरकत पर खुद को गर्वान्तित महसूस करते हैं । एक सेक्युलर देश में आज भी बाबरी मस्जिद इन्साफ को पुकार रही है और जिसका फैसला अबतक नहीं हो पाया है जबकि यह बिलकुल साफ़ था के किस तरह से हिन्दू कट्टरपंथियों ने हथ्यार, तलवार, फावड़ा, डायनामाइट लेकर हज़ारों की तादाद में बीजेपी पार्टी के अडवाणी, उमा भर्ती और मुरली मनोहर जोशी की अगवाई में इस घटया मासनिकता को अंजाम दिया ।

हिन्दू कट्टरपंथियों का साहस 2017 में बीजेपी के सत्ता में आने के वजह से इस क़दर बढ़ चूका है के मुसलमानो पर आये दिन अत्त्याचार होना एक आम सी बात हो चुकी है । हिन्दू दहशतगर्दों को जैसे खुली आज़ादी सी मिली हुई हो । गौ माता के नाम पर मुसलमानो की मवेशी छीन लेना, उनको मारना पीटना यहाँ तक के मार डालने के कई सारि घटनाये सामने आ चुकी हैं । जिसमें अख़लाक़, पहलु खान की मौत की खबरें सुर्खियां बटोरती रहीं और आजतक उन्हें इन्साफ नहीं मिल पाया है उल्टा अख़लाक़ के घर वालों पर ही मामला दर्ज कर दिया गया के उन्होंने गौ मांस  रक्खा था या बकरे का मांस जबकि लेबोरटरी टेस्ट इस बात को साबित कर चुकी है के जो मांस पाया गया था वह बकरे का था । आपको इस बात पर ताज्जुब नहीं आता के अब हमारे खाने पिने के ऊपर सवालिया निशान लगाया जा रहा है के हमें किया खाना चाहिए और किया नहीं अब यह हिन्दू मानसिकता रखने वाले लोग तय करेंगे ?।

चलिए आगे बढ़ते हैं और बात करते हैं बाबरी मस्जिद के सन्दर्भ में । यह तोह ज़ाहिर है के किस तरह यह कट्टरपंथी हिन्दू मुसलमानो के विरासत और इमारतों पर क़ब्ज़ा करते हैं । बाबरी मस्जिद में चुपके से राम लल्ला की मूर्ति को रातों रात अंदर रख दिया गया और वहां के एक पुजारी को पैसे देकर यह हव्वा खड़ा करवाया गया के उसने रात में सपने में देखा के रामलल्ला बाबरी मस्जिद में पधारे और हिन्दुओं से आग्रह किया के वह उनके लिए वहीँ आलिशान मंदिर निर्माण करे । और इस तरह से एक झूट पर आजतक मामला चल ही रहा है जबकि दोषियों को आजतक सजा नहीं हो पाई ।

बीजेपी सांसद विनय कटिहार ने अब मुसलमानो के दीगर मज़हबी इमारतों पर हिन्दुओं का क़ब्ज़ा करने की खातिर एक नया विवाद खड़ा करने की कोशिश की है जिसमें उसने तारीख को तोड़ मरोड़  कर बयान बाज़ी करते हुए कहा के ताज महल तेजू महल है और उत्तर प्रदेश के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ को ताजमहल के अंदर जाकर उसमें हिन्दू निशानियां देखनी चाहिए और उसे तेजू महल का नाम देना चाहिए । क्योंकि यह पहले तेजू महल था और जिसे मोघल बादशाह शाहजहां को भेंट की गयी थी न के शाहजहां ने यह महल अपनी बीवी की याद में बनवाया था क्योंकि अगर यह मक़बरा होता तोह इसके अंदर इतने सारे कमरे नहीं होते ।

किस तरह से यह हिन्दू कट्टरपंथी मनघडंत बातों को पैदा करते हैं जिसका तारिख से दूर दूर तक कोई लेना देना ही नहीं । किस तरह से यह घटया लोग अपनी घटया चाल चलकर किसी भी मुस्लिम ईमारत को हिन्दू रंग देने की कोशिश करते है और फिर किस तरह से उसे विवाद में लाते हैं और उसपर अपना क़ब्ज़ा ज़माने की कोशिश करते हैं । यह मुसलमानो की कमज़ोरी है जिसके चलते आज इनकी इतनी हिम्मत बढ़ चुकी है के कोई भी किसी भी तरह का बकवास करके उसको सत्य साबित करने की कोशिश करता है और मुस्लमान ख़ामोशी से इस मंज़र को तकता रहता है । अगर इसी तरह से यह सिलसिला चलता रहा तोह वह दिन दूर नहीं जब मुसलमानो की हिंदुस्तान में दो कौड़ी की हैस्यत रह जाएगी ।

टिप्पणियाँ